आक्सीजन की संजीवनी के लिए देवदूत बना अलीगढ़, जानिए पूरा मामला Aligarh news
काेरोना महामारी की दूसरी लहर में अलीगढ़ जिला आक्सीजन के लिए देवदूत साबित हुआ है। यहां के अफसरों ने जिले में तो ज्यादा लोगों को दिक्कत होने ही नहीं दी। वहीं एटा कासगंज व हाथरस जिले की भी दिलकर खोल कर मदद की।
अलीगढ़, जेएनएन । काेरोना महामारी की दूसरी लहर में अलीगढ़ जिला आक्सीजन के लिए देवदूत साबित हुआ है। यहां के अफसरों ने जिले में तो ज्यादा लोगों को दिक्कत होने ही नहीं दी। वहीं, एटा, कासगंज व हाथरस जिले की भी दिलकर खोल कर मदद की। हर दिन यहां से करीब सौ-सौ सिलेंडर की आपूर्ति इन तीनों जिलों में होती है। कासिमपुर के राधा इंडस्ट्रीयल के साथ ही तालानगरी के केसी व राधिक प्लांट से इन तीनों जिलों की आपूर्ति होती है।
आक्सीजन को लेकर मारामारी
कोरोना की दूसरी लहर में सबसे अधिक मारामारी आक्सीजन को लेकर ही सामने आई है। देश भर के तमाम अस्पतालों में आक्सीजन की कमी के चलते दर्जनों लोगों ने जवां गवां दी। हालांकि, जिले में भी इसको लेकर काफी किल्लत रही, लेकिन यहां ज्यादा मारामारी की स्थिति नहीं बनी। मंडल स्तरीय जिला होने के चलते अलीगढ़ के अफसरों ने जिले में व्यवस्था बनाने के साथ ही मंडल के अन्य जिलों की भी दिलकर खोलकर मदद की। पिछले 20 दिनों से ज्यादा यहां से हर रोज सौ-सौ सिलेंडर मंडल के तीनों जिलों में जा रहे हैं। इस मुसीबत भरे समय में सबसे अधिक मदद कासगंज व हाथरस की हुई है। कई बार तो कोरोना अस्पतालों में आक्सीजन खत्म होने पर यहां से ही आपातकाल में आक्सीजन सिलेंडर भेजे गए हैं। ड्रग निरीक्षक हेमेंद्र चौधरी ने बताया कि मंडलायुक्त के स्पष्ट निर्देश हैं कि अलीगढ़ जिले में आक्सीजन पूर्ति होने के बाद मंडल के अन्य जिलों में भी आक्सीजन की आपूर्ति करनी है। ऐसे में तीनों जिलों से डिमांड के आधार पर आक्सीजन की आपूर्ति की गई है। पिछले दो दिनों से एटा की डिमांड कम आई है। वहीं, हाथरस व कासगंज को निरंतर सौ-सौ सिलेंडर भेजे जा रहे हैं। जिले में तीनों प्लांटों से इसकी आपूर्ति होती है।