Aligarh Akarabad Massacre: वैज्ञानिक साक्ष्यों का अध्ययन कर रही फोरेंसिक टीम, पुलिस को नहीं मिली सफलता
अकराबाद में युवती की हत्या के मामले में पुलिस की जांच अब वैज्ञानिक साक्ष्यों पर निर्भर रहेगी। इसके लिए फोरेंसिक की टीम बारीकी से वैज्ञानिक साक्ष्यों का अध्ययन कर रही हैं। वहीं जिन लोगों पर पुलिस को शक है।
अलीगढ़, जागरण संवादाता। अकराबाद में युवती की हत्या के मामले में पुलिस की जांच अब वैज्ञानिक साक्ष्यों पर निर्भर रहेगी। इसके लिए फोरेंसिक की टीम बारीकी से वैज्ञानिक साक्ष्यों का अध्ययन कर रही हैं। वहीं जिन लोगों पर पुलिस को शक है, उनसे पूछताछ में सहयोग न मिलने के कारण पुलिस नार्को टेस्ट कराने की तैयारी कर रही है। इसके लिए एसएसपी स्तर से पत्राचार किया जा रहा है।
यह है मामला
नौ सितंबर की सुबह अकराबाद के एक गांव में बाजरा के खेत में 18 साल की युवती का शव मिला था। युवती की गला दबाकर हत्या की गई थी। शुरुआती जांच में पुलिस का शक दो-तीन लोगों पर था, जो युवती से फोन पर बातचीत करते थे। इनमें एक युवक से युवती की शादी भी तय हो गई थी। लेकिन, पूछताछ में उनकी भूमिका सामने नहीं आई। ऐसे में पुलिस के लिए यह केस और पेचीदा बन गया। वहीं अब कुछ साक्ष्य ऐसे मिले हैं, जिनसे माना जा रहा है कि हत्या में किसी बेहद करीबी का हाथ है। कुछ संदिग्धों के नाम भी सामने आए। लेकिन, जांच में सहयोग न मिलने के चलते पुलिस उनसे पूछताछ भी नहीं कर पाई। हालांकि एसएसपी कलानिधि नैथानी ने घटना के अनावरण के लिए कई टीमें गठित कर दी हैं। एसपी देहात को निर्देश दिए हैं कि घटना स्थल से वैज्ञानिक विधियों का प्रयोग कर अतिरिक्त साक्ष्य जुटाएं और उनके विश्लेषण के लिए विशेषज्ञों की अधिक से अधिक राय लें।
घटना का पुनर्गठन करने के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम के लिए तकनीकी निदेशालय आवेदन करें। भौतिक साक्ष्यों के नमूनों की विधि विज्ञान प्रयोगशाला से जांच प्राप्त करने के लिए रिमाइंडर प्रेषित करें व जल्द रिपोर्ट प्राप्त करके विवेचकों को दें। घटना से संबंधित इलेक्ट्रानिक साक्ष्य संकलित करने के लिए अलग से टीम गठित करें। अपराध के सदिग्धों से पूछताछ के लिए एक्सपर्ट टीम गठित करने के अलावा सदिग्धों का नार्को टेस्ट कराया जाए। एसएसपी ने बताया कि फोरेंसिक की टीमें गहनता से जांच कर रही हैं।