हाथरस में खाद की कमी पूरे करने को पसीना छोड़ रहा कृषि विभाग, जानिए विस्‍तार

कृषि विभाग खाद की उपलब्धता नहीं करा पा रहा है। खाद की कमी को पूरी करने के लिए कृषि विभाग के अफसर पसीना छोड़ रहे हैं। कृषि विभाग की मानें तो अभी सहकारी समितियों पर खाद नहीं है जबकि दुकानों पर खाद उपलब्ध है।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 04:18 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 04:18 PM (IST)
हाथरस में खाद की कमी पूरे करने को पसीना छोड़ रहा कृषि विभाग, जानिए विस्‍तार
कृषि विभाग खाद की उपलब्धता नहीं करा पा रहा है।

हाथरस जागरण संवाददाता। कृषि विभाग खाद की उपलब्धता नहीं करा पा रहा है। खाद की कमी को पूरी करने के लिए कृषि विभाग के अफसर पसीना छोड़ रहे हैं। कृषि विभाग की मानें तो अभी सहकारी समितियों पर खाद नहीं है जबकि दुकानों पर खाद उपलब्ध है। मार्च तक 45 हजार एमटी खाद की जरूरत है जब मौजूद 22 हजार खाद मौजूद है।

यह है मामला

नवंबर के शुरूआती दिनों में सहकारी समितियों पर खाद के लिए कई दिनों तक मारामारी मची हुई थी। हालात ये थे कि किसानों को दुकानों से ऊंचे दामों पर खाद खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा था। समितियों पर घंटों तक लाइन में लगने के बाद भी पर्याप्त खाद किसानों को नहीं मिल पा रहा था। हाथरस में कृषि विभाग के अफसर अलग से लाचारी दिखा रहे थे। कृषि मंत्री से भी कहते नजर आए कि हमारे हिस्से की खाद को अलीगढ़ के अधिकारियों ने रोक लिया। अफसरों के पास शिकायत करने के अलावा कोई दूसरा चारा भी तो नहीं था। खाद की जरूरत किसान को अभी भी है और दिसंबर के बाद मार्च तक रहेगी। कृषि विभाग के अफसरों की मानें तो मार्च तक 45 हजार एमटी खाद की जरूरत है मगर अभी विभाग के बाद 22 हजार एमटी खाद ही मौजूद है वह भी दुकानों पर है। सहकारी समितियों पर कतई खाद नहीं है।

उर्वरक की दुकानों का औचक निरीक्षण

हाथरस: जनपद में डीएपी खाद एवं उर्वरकों की काला बाजारी पर लगाम लगाने के लिए जिलाधिकारी रमेश रंजन के निर्देश पर विभागीय अधिकारियों ने उर्वरक की दुकानों का औचक निरीक्षण किया गया।

जिला कृषि अधिकारी, आरके सिंह एवं जिला कृषि रक्षा अधिकारी राजेश कुमार द्वारा संयुक्त रूप से सादाबाद क्षेत्र में उर्वरक एवं बीज विक्रेताओं की दुकानों का निरीक्षण किया गया एवं यूरिया उर्वरक की उपलब्धता देखी गयी। सभी जगह यूरिया की उपलब्धता पायी गयी, बीज विक्रेताओं के यहां से गेंहूं बीज के तीन नमूने ग्रहीत किये गये, जिसे परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा जायेगा एवं राजकीय कृषि बीज भण्डार, सादाबाद का निरीक्षण किया गया।

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