शहरों में हाहाकार मचाने के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी बढऩे लगा कोरोना का ग्राफ Aligarh news
शहरी क्षेत्रों में हाहाकार मचाने के बाद कोरोना संक्रमण का ग्राफ ग्रामीणों क्षेत्रों में तेजी से पांव पसार रहा है। कुछ गांवों में हालात काफी चिंता जनक है। संक्रमण का दायरा बढऩे के साथ ही मरने वालों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
अलीगढ़, जेएनएन । शहरी क्षेत्रों में हाहाकार मचाने के बाद कोरोना संक्रमण का ग्राफ ग्रामीणों क्षेत्रों में तेजी से पांव पसार रहा है। कुछ गांवों में हालात काफी चिंता जनक है। संक्रमण का दायरा बढऩे के साथ ही मरने वालों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में सतर्कता ही कोरोना से बचाव है। इसके बावजूद भी लोग सबक लेते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। उनके द्वारा लगातार नियमों की अनदेखी की जा रही है। जिस कारण संक्रमण फैलने का खतरा और भी अधिक बढऩे लगा है।
कोरोना से कई लोगों ने गवांई जान
पंचायत चुनाव के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण का ग्राफ बढ़ गया है। चुनाव के दौरान शहर से गांवों तक सरकारी मशीनरी से लेकर प्रत्याशी व समर्थक भाग-दौड़ में लगे थे। काफी संख्या में मतदाता व प्रवासी मजदूर भी शहर से ग्रामीण क्षेत्रों में लौटआए। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण ने पांव पसारने शुरु कर दिए। इगलास के कुछ गांवों पर नजर डालें तो गांव विशनपुर में नौ, करथला में नौ, महुआ में आठ लोग अब तक संक्रमित मिले हैं। गांव बलीपुर, खिरसौली, कौआ खेडा, सतलौनी, अगोरना, बाजगढ़ी में कोरोना संक्रमण में लोग अपनी जान भी गवां चुके हैं।
कोरोना की जांच न के बराबर
स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना जांच नहीं के बराबर की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जारी गाइड लाइन, मास्क, शारीरिक दूरी का प्रयोग भी न के बराबर देखा जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं में जागरु कता है लेकिन बुजुर्ग अनभिज्ञ नजर आते हैं और संक्रमण से बचाव का कोई उपाय भी नहीं करते। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान चलाने व जांच बढ़ाने की आवश्यकता है।