कोरोना काल के बाद नौनिहालों के हाथों में आएगा माउस, नहीं रहेगी किताबों की कमी Aligarh News

कोरोना काल में संक्रमण की दूसरी लहर के बीच हालांकि अभी कक्षा एक से आठवीं तक के सरकारी स्कूलों में अवकाश रखा गया है। मगर जब ये संक्रमण की लहर काबू में अाएगी और स्कूलों को खोला जाएगा तो नौनिहालों के हाथों में माउस होगा।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 11:57 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 11:57 AM (IST)
कोरोना काल के बाद नौनिहालों के हाथों में आएगा माउस, नहीं रहेगी किताबों की कमी Aligarh News
स्कूलों को खोला जाएगा तो नौनिहालों के हाथों में माउस होगा।

अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना काल में संक्रमण की दूसरी लहर के बीच हालांकि अभी कक्षा एक से आठवीं तक के सरकारी स्कूलों में अवकाश रखा गया है। मगर जब ये संक्रमण की लहर काबू में अाएगी और स्कूलों को खोला जाएगा तो नौनिहालों के हाथों में माउस होगा। वे कंप्यूटर के सामने भी बैठेंगे। यह व्यवस्था बनाने के लिए प्रयास पहले से ही शुरू किए जा चुके हैं। स्कूलों में कंप्यूटर व इंटरनेट की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं। सरकारी स्कूलों को माडल स्कूल में तब्दील कर इस दिशा में कदम भी बढ़ाया गया है। ये व्यवस्था बच्चों के लिए डिजिटल लाइब्रेरी तैयार करने के लिए की जा रही है। बच्चे जो किताब चाहेंगे वो सीधे कंप्यूटर पर खोलकर पढ़ सकेंगे। शुरुआती चरण में 50 अंग्रेजी माध्यम में तब्दील हुए विद्यालयों में ये व्यवस्था की जाएगी।

15-15 विद्यालयों को अंग्रेजी माध्यम का किया

कक्षा एक से आठ तक के स्कूलों व कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में डिजिटल लाइब्रेरी बनाने की पहल महानिदेशक स्कूल शिक्षा की ओर से की गई है। इसके तहत जिले के सरकारी स्कूलों में डिजिटल लाइब्रेरी की सुविधा नौनिहालों को स्कूल खुलने पर मिलेगी। अलीगढ़ में 12 ब्लाक व एक नगर क्षेत्र में से हर ब्लाक में करीब 15-15 विद्यालयों को अंग्रेजी माध्यम का किया गया है। शुरुआती चरण में 50 अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में डिजिटल लाइब्रेरी की सुविधा की जानी है। अफसरों की योजना है कि हर ब्लाक में डिजिटल लाइब्रेरी बने, इसलिए स्कूलों में उपलब्ध सुविधाओं का ब्योरा मांगा गया है। हर विद्यालय में कंप्यूटर रखवाने और वहां इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए भी सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। खंड शिक्षाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट स्कूलों व वहां उपलब्ध सुविधाओं की रिपोर्ट तैयार कर बीएसए कार्यालय में पेश करेंगे। यहां से ये रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। इसके आधार पर डिजिटल लाइब्रेरी के लिए बजट की व्यवस्था की जाएगी। हालांकि अभी कोरोना संक्रमण के चलते सरकारी स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है। मगर स्कूलों के खुलने से पहले जरूरी जानकारी जुटाने के निर्देश खंड शिक्षाधिकारियों को दिए गए हैं।

रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी

बीएसए डा. लक्ष्मीकांत पांडेय ने बताया कि शुरुआत में 50 विद्यालयों में ये व्यवस्था करने की याेजना है। इसलिए योजना बनाई गई है कि हर ब्लाक के कुछ स्कूलों में डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित हो। सूचनाएं एकत्रित करने का काम शुरू करा दिया गया है। जल्द ही रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।

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