Aligarh Poisonous Liquor Case: अलीगढ़ में 30 साल बाद किसी एक प्रकरण में हुईं 63 गिरफ्तारी

बात उपलब्धि की हो या अपराध की दुनिया की... प्रदेश के संवेदनशील जिलों में शुमार अलीगढ़ का नाम कहीं न कहीं सामने आ ही जाता है। लेकिन इस बार मई के अंत में अलीगढ़ से निकले जहरीली शराब के शोर ने पूरे प्रदेश में खलबली मचा दी।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 10:49 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 10:49 AM (IST)
Aligarh Poisonous Liquor Case: अलीगढ़ में 30 साल बाद किसी एक प्रकरण में हुईं 63 गिरफ्तारी
27 मई को जहरीली शराब का शोर सबसे अलग था।

अलीगढ़, सुमित शर्मा। बात उपलब्धि की हो, या अपराध की दुनिया की... प्रदेश के संवेदनशील जिलों में शुमार अलीगढ़ का नाम कहीं न कहीं सामने आ ही जाता है। लेकिन, इस बार मई के अंत में अलीगढ़ से निकले जहरीली शराब के शोर ने पूरे प्रदेश में खलबली मचा दी। किसी जिले में कभी शराब से इतनी मौतें नहीं हुईं। सिर्फ अलीगढ़ की बात करें तो 30 साल के इतिहास में पहली बार एक ही प्रकरण में इतनी गिरफ्तारियां हुईं। शायद इस कार्रवाई के बूते ही पुलिस प्रशासन अपना वजूद बचाने और लोगों का आक्रोश थामने में कामयाब रहा।

हंगामा दर्द बयांं नहीं कर सकता 

वर्ष 1991 में 2021 के बीच अलीगढ़ में कई घटनाएं हुईं। इनमें करोड़ों की लूट, एक के बाद एक हत्याएं, बड़ी डकैतियों ने पुलिस की नींद उड़ा दी। हंगामे हुए, लोग सड़कों पर उतरे, आगजनी, तोड़फोड़, बवाल हुआ। लेकिन, 27 मई को जहरीली शराब का शोर सबसे अलग था। यहां कोई बवाल तो नहीं था। लेकिन, लोगों के जहन में मौतों की संवेदनाएं थीं। किसी तरह का हंगामा उनका दर्द बयां नहीं कर सकता था। इसीलिए पुलिस ने मामले में कोई कोताही नहीं बरती। इस प्रकरण की वजह को ही जड़ से खत्म करने की ठानी। 12 दिन के अंदर 60 से ज्यादा लोगों को पकड़ लिया। लेकिन, अभी कार्रवाई नहीं थमी है। एसएसपी कलानिधि नैथानी का कहना है कि अवैध शराब के कारोबार को जड़ से खत्म किया जाएगा। माफिया को पकड़ने के बाद उनके तार जहां भी जुड़े हैं, उन्हें तलाश करके आसपास के जिलों से भी इसका नेटवर्क तोड़ा जाएगा।

12 घंटे में भेजे थे 68 लोग

23 मार्च 2016 को सासनीगेट थाना क्षेत्र के पला साहिबाबाद कबीर नगर में मुकेश की कुट्टू पीने से मौत हो गई थी। इसके बाद भी कुट्टू की बिक्री होने पर लोग आक्रोशित हो उठे। अवैध व्यापार करने वाले व्यक्ति के घर धावा बोल दिया। कुट्टू की पेटियां आग के हवाले कर दीं। पुलिस ने लाठीचार्ज किया को भीड़ ने पथराव कर दिया। तब पुलिस ने 12 घंटे के अंदर ही 68 लोगों को जेल भेजा था। लेकिन, वर्तमान में किसी तरह का विरोध या गुस्सा नहीं था। इस तरह के प्रकरण में पहली बार इतनी गिरफ्तारी हुई हैं।

शराब प्रकरण में अब तक हुईं प्रमुख कार्रवाई

- 17 मुकदमे दर्ज, 63 आरोपित गिरफ्तार, पांच इनामी भी शामिल।

- छह टीमों ने छह राज्यों में दो सौ से अधिक जगहों पर दी दबिश।

- 12 दिन में चार बार अलीगढ़ आए आगरा जोन के एडीजी राजीव कृष्ण।

- तीन फैक्ट्री पकड़ीं, साढ़े सात करोड़ की संपत्ति ध्वस्त, 98 करोड़ की चिह्नित।

- 500 से ज्यादा नंबरों की काल डिटेल खंगाली, माफिया के 200 रिश्तेदारों के यहां रैकी।

- 7476 लीटर अवैध शराब, 6744 ढक्कन, 3440 रैपर, 5910 बार कोड, एक हजार से ज्यादा स्प्रिट पकड़ी।

- एक सीओ व चार थाना प्रभारी हुए निलंबित, तीन सीओ से शासन ने मांगा स्पष्टीकरण।

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