अलीगढ़ के निकायों में बजट का सही उपयोग न हुआ तो अधिशासी अधिकारियों पर होगी कार्रवाई, डीएम ने दी चेतावनी
निकायों में कराए जाने वाले कार्यों की जांच के लिए कमेटी बनेगी। बजट की पाई-पाई का लेखा-जोखा रखा जाएगा।
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : डीएम चंद्रभूषण सिंह ने कहा कि किसी नगर निकाय ने बजट का सही प्रयोग नहीं किया तो अधिशासी अधिकारी (ईओ) पर कार्रवाई होगी। निकायों में कराए जाने वाले कार्यों की जांच के लिए कमेटी बनेगी। बजट की पाई-पाई का लेखा-जोखा रखा जाएगा।
सोमवार को नगर निकायों की अनटाइड ग्रांट व कोरोना संक्रमण की समीक्षा बैठक में डीएम ने कहा कि सरकार से बजट विकास कार्यों पर खर्च करने के लिए मिलता है, न कि बैंक खातों में रखने के लिए। निकायों को प्राथमिकता तय करते हुए विकास कार्य करने चाहिए।
डीएम ने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना की तीसरी लहर के आने की संभावना जताई जा रही है। सीएचसी-पीएचसी पर सभी सुविधाएं करा ली जाएं। विद्यालयों की तरह अस्पतालों में भी प्राथमिकता से कायाकल्प कराया जाए। कोई भी अस्पताल जर्जर हालात में नहीं रहना चाहिए। आक्सीजन भरपूर रहनी चाहिए।
हर सीएचसी-पीएचसी पर
होंगे आक्सीजन कंसंट्रेटर
डीएम ने सभी निकायों के अध्यक्षों से कहा कि वे अपनी प्राथमिक जिम्मेदारियों के साथ कोरोना के संकट भरे समय में मानवता के आधार पर व्यक्तिगत रूप से भी जरूरतमंदों की मदद को आगे आएं। आमजनता को शुद्ध पेयजल, पथ, प्रकाश उपलब्ध कराना नगर निकायों की प्राथमिक जिम्मेदारी है। इसे अच्छे से निभाएं। संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने सभी सीएचसी पीएचसी पर 10 एलपीएम क्षमता के पांच-पांच आक्सीजन कंसंट्रेटर क्रय कर स्थापित करने के निर्देश दिए। नगर पालिका अध्यक्ष खैर ने सीएचसी खैर पर आक्सीजन उत्पादन संयंत्र लगाने के लिए 10 लाख रुपये की मदद देने का आश्वासन दिया। हरदुआगंज चेयरमैन ने दो लाख रुपये की मदद देने की घोषणा की।