अलीगढ़ में डेढ़ साल में तय न हो सकी कार्रवाई

बन्नादेवी क्षेत्र की फायर ब्रिगेड कालोनी निवासी अविनाश सिंह ने रेलवे स्टेशन के निकट संचालित कारखानों के संबंध में शिकायत 28 अगस्त 2019 को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में की थी। इसमें कहा कि आबादी में कारखाने हर तरह का प्रदूषण फैला रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 08:18 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 08:18 PM (IST)
अलीगढ़ में डेढ़ साल में तय न हो सकी कार्रवाई
अलीगढ़ में डेढ़ साल में तय न हो सकी कार्रवाई

जासं, अलीगढ़ : रिहायशी इलाके में प्रदूषण की शिकायत चार विभागों में घूमती रही, लेकिन डेढ़ साल बाद भी कार्रवाई तय न हो सकी। अब प्रदूषण बोर्ड ने एडीए से कार्रवाई कराने के लिए डीएम को लिखा है।

बन्नादेवी क्षेत्र की फायर ब्रिगेड कालोनी निवासी अविनाश सिंह ने रेलवे स्टेशन के निकट संचालित कारखानों के संबंध में शिकायत 28 अगस्त, 2019 को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में की थी। इसमें कहा कि आबादी में कारखाने हर तरह का प्रदूषण फैला रहे हैं। जहरीला केमिकल नालियों में बहता है। मशीनों की तेज आवाज और धुएं से स्थानीय लोग काफी परेशान हैं। ऐसी औद्योगिक इकाइयां तालानगरी में शिफ्ट होनी चाहिए। इससे पूर्व 20 अगस्त को सिविल लाइंस पुलिस से शिकायत हुई थी। पुलिस ने प्रदूषण बोर्ड का मामला बता दिया। आवेदक का कहना है कि प्रदूषण बोर्ड में शिकायत की तो कहा गया कि कारखाने नगर निगम की सीमा में आते हैं, निगम ही कार्रवाई करेगा। प्रकरण में आरटीआइ के तहत नगर निगम से सूचनाएं मांग लीं। निगम ने प्रदूषण बोर्ड को पत्र लिख दिया कि संबंधित सूचनाएं बोर्ड के क्षेत्राधिकार में हैं, वहीं से जवाब दिया जाए। आवेदक ने फिर प्रदूषण बोर्ड को लिखा। 19 मार्च, 2021 को मुख्य पर्यावरण अधिकारी ने नियमों का हवाला देकर डीएम को लिखे पत्र में कहा कि एडीए को निर्देशित कर कार्रवाई कराई जाए, लेकिन कुछ हुआ नहीं। शिकायत आइजीआरएस पोर्टल पर दर्ज कराई गई। 17 अप्रैल को मुख्य पर्यावरण अधिकारी ने डीएम को फिर पत्र लिखा, इसमें कहा कि छह माह में एडीए ने संबंधित प्रकरण में कोई कार्रवाई नहीं की है। एडीए को प्रकरण में कार्रवाई करने के निर्देश दिए जाएं।

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