अलीगढ में थाना लोधा के तत्कालीन प्रभारी व दारोगा पर के खिलाफ मुकदमा दर्ज, ये हैं आरोप

थाना लोधा के तत्कालीन प्रभारी धर्मेंद्र कुमार व दारोगा सुधीर कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि इन्होंने रिश्वत लेकर दो लोगों को थाने से छोड़ दिया था। इसकी सीएम पोर्टल पर शिकायत की गई थी।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 06:58 AM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 06:58 AM (IST)
अलीगढ में थाना लोधा के तत्कालीन प्रभारी व  दारोगा पर के खिलाफ मुकदमा दर्ज, ये हैं आरोप
रिश्वत लेकर दो लोगों को थाने से छोड़ दिया था।
अलीगढ़, जेएनएन। थाना लोधा के तत्कालीन प्रभारी धर्मेंद्र कुमार व दारोगा सुधीर कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि इन्होंने रिश्वत लेकर दो लोगों को थाने से छोड़ दिया था।  इसकी सीएम पोर्टल पर शिकायत की गई थी। इस पर अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) के आदेश पर एसपी स्तर से जांच की गई। अब मामला दर्ज कर लिया गया है। 
यह है मामला
मामला वर्ष 2015 का। तब ग्राम प्रधान के चुनाव चल रहे थे। पुलिस ने प्रत्याशी गांव नदरोई निवासी राम कुमार शर्मा व उनके भतीजे हरीश कुमार को शांतिभंग करने की आशंका में पाबंद किया था।  आरोप है कि एक दिसंबर की शाम चुनाव समाप्त होने पर दोनों को थाना लोधा बुलाया और हिरासत में ले लिया। फिर दोनों से तत्कालीन थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार व तत्कालीन एसआइ सुधीर डागर ने 80 हजार रिश्वत की मांग की। यह राशि लेकर रात करीब साढ़े 11 बजे दोनों को छोड़ दिया गया।  80 हजार लेने के बावजूद पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। रामकुमार ने इसकी शिकायत उ'चाधिकारियों से की। शासन को भी पत्र लिखा। मामला बढ़ते देख 11 दिसंबर 2015 को थानाध्यक्ष व दारोगा ने रामकुमार के परिचित महेंद्र पाल को थाने बुलाकर रिश्वत की रकम लौटा दी। महेंद्र ने रुपये राजकुमार के पिता किशन गोपाल को दे दिए। मुकदमे के मुताबिक तीन अक्टूबर 2018 को शासन ने शिकायत पर संज्ञान लिया।
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