नौ लाख लोगों का जुलाई में होगा कोरोना टीकाकरण

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीके का इंतजार कर रहे लोगों के लिए अच्छी सूचना है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 01:12 AM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 01:12 AM (IST)
नौ लाख लोगों का जुलाई  में होगा कोरोना टीकाकरण
नौ लाख लोगों का जुलाई में होगा कोरोना टीकाकरण

जासं, अलीगढ़ : कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीके का इंतजार कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। जुलाई में अलीगढ़ जिले में करीब नौ लाख लोगों को कोरोना टीका लगाया जाएगा। एक दिन में करीब 30 हजार लोगों को टीका लगेगा। फिलहाल एक दिन में जिले भर में महज 10 हजार लोगों को ही टीका लगाया जा रहा है। ऐसे में 20 जून के बाद से ही टीकाकरण बढ़ाने के लिए माकड्रिल शुरू हो जाएगी।

कोरोना टीकाकरण को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार बेहद गंभीर है। अब तक जिले में करीब 30 केंद्रों पर 10 हजार लोगों को एक दिन में टीका लगाए जा रहे हैं, लेकिन अब जुलाई में सरकार इस लक्ष्य में बढ़ोत्तरी करने की तैयारी में है। पूरे प्रदेश में करीब तीन करोड़ लोगों को इस महीने लगाया जाएगा। इसमें जिले में भी करीब नौ लाख लोगों को एक साथ टीका लगेगा।

सीएमओ भानु प्रताप कल्याणी ने बताया कि एक जुलाई से एक दिन में करीब 30 हजार लोगों को टीका लगाया जाएगा। 20 जून के बाद से ही इसकी तैयारी शुरू कर दी जाएगी। जिले में केंद्रों की संख्या तीन गुना तक बढ़ाई जाएगी। पैरामेडिकल स्टाफ की भी भर्ती की जाएगी। 20 जून से इसका माकड्रिल शुरू हो जाएगा।

विदेश जाने पर 28 दिन में ही दूसरा टीका : सरकार ने अब कोविडशील्ड वैक्सीन में पहले टीके के 84 दिन बाद दूसरा टीका लगाने का नियम कर दिया है, लेकिन अगर कोई भी व्यक्ति किसी जरूरी काम के चलते विदेश जा रहा है तो उसे 28 दिन में ही दूसरा टीका लगाया जा सकेगा, लेकिन इसके लिए उसे विदेश जाने के लिए स्पष्ट प्रमाण देना होगा।

45 से ऊपर वालों को ही प्रमाण पत्र

कोरोना टीकाकरण में शासन स्तर से अब दिन बदलाव हो रहा है। अब कोरोना प्रमाण पत्र को लेकर नया फैसला हुआ है। टीका लगवाने वाले 18 से 44 तक के लाभार्थी अब केंद्र पर प्रमाण पत्र नहीं मिलेगा। उसे आनलाइन ही वेबसाइट से यह प्रमाण पत्र निकलना होगा। वहीं, 45 साल से ऊपर वाले लोगों को टीका लगने के साथ ही मौके पर ही यह प्रमाण पत्र दिया जाएगा।

ब्लैक फंगस के 21 मरीजों का चल रहा इलाज

सीएमओ के मुताबिक जिले में अब तक ब्लैक फंगस के 32 मरीज सामने आ चुके हैं। इनमें तीन की मृत्यु हो गई है। वहीं, छह लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो गए हैं। दो लोग यहां से दूसरे शहरों में जाकर इलाज करा रहे हैं। अब जिले में कुल 21 मरीजों का इलाज मेडिकल कालेज में चल रहा है। शासन स्तर से ही सीधे सभी दवाइयां यहां पहुंच रही हैं।

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