Example presented : 55 साल के शख्‍स ने 30 से अधिक बार किया रक्‍तदान Aligarh news

उप्र डिप्लोमा इंजीनयर्स महासंघ की आेर से रक्तदान शिविर आयोजित किया गया है। इसमें 47 यूनिट रक्तदान एकत्र किया गया। विभिन्न विभागों के इंजीनियर्स ने रक्तदान किया। सभी ने संकल्प लिया कि इस पुनीत कार्य में वह ऐसे ही सहयोग करते रहेंगे।

By Anil KushwahaEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 05:51 PM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 05:51 PM (IST)
Example presented :  55 साल के शख्‍स ने 30 से अधिक बार किया रक्‍तदान Aligarh news
उप्र डिप्लोमा इंजीनयर्स महासंघ की ओर से रक्तदान शिविर में रक्‍तदान करते अभियंता।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता।  उप्र डिप्लोमा इंजीनयर्स महासंघ की ओर से रक्तदान शिविर आयोजित किया गया है। इसमें 47 यूनिट रक्तदान एकत्र किया गया। विभिन्न विभागों के इंजीनियर्स ने रक्तदान किया। सभी ने संकल्प लिया कि इस पुनीत कार्य में वह ऐसे ही सहयोग करते रहेंगे। उप्र डिप्लोमा इंजीनयर्स महासंघ प्रत्येक वर्ष इंजीनियर आरके दत्ता की स्मृति में रक्तदान शिविर आयोजित करता है।

पीडब्‍ल्‍यूडी प्रांतीय खंड परिसर में आयोजित हुआ शिविर

बुधवार को यह शिविर पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड परिसर में आयोजित किया गया था। पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर्स के साथ ही सिंचाई, एडीए, नगर निगम, मंडी समिति आदि विभागों के इंजीनियर्स ने रक्तदान किया। सुबह से ही इंजीनियर्स में उत्साह था। इंजीनियर हरज्ञान सिंह ने कहा कि आपके छोटे से प्रयास से कई लोगों का जीवन बच सकता है, इसलिए रक्तदान करते रहना चाहिए। इससे कोई दिक्कत नहीं होती है। इं. जेपी सिंह ने कहा कि तमाम बार रक्त की कमी से लोगों की जान चली जाती है, इसलिए हमें रक्तदान करते रहना चाहिए। इससे कोई नुकसान नहीं होता है। इंजीनियर जयपाल सिंह, पीके भाटिया, प्रदीप राज, रमेश चंद्र, अनुराग यादव, लोकेंद्र सिंह, विनाेद कुमार, शिवदत्त शर्मा, संजीव सिंह, अरविंद कुमार, शिव चरन सिंह, हुकुम सिंह, प्रकाश चंद्र आदि मौजूद थे।

रक्तदान का बनाया रिकार्ड

पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता अनिल शर्मा ने 30 से अधिक बार रक्तदान करके रिकार्ड बनाया। बुधवार को रक्तदान करने के बाद उन्होंने बताया कि 30 से अधिक बार वह रक्तदान कर चुके हैं। उनकी उम्र 55 साल से भी अधिक हो रही है। मगर, उनके चेहरे पर तनिक सिकन भी नहीं था। अनिल शर्मा ने कहा कि यदि आप नियमित काम करते रहते हैं, खानपान संतुलित रखते हैं, योग-व्यायाम करते हैं और प्रसन्न रहते हैं तो आपको कोई दिक्कत नहीं होगी। 50 से अधिक उम्र होने के बाद भी वह कई बार रक्तदान कर चुके हैं। शर्मा ने कहा कि हमें लोगाें की मदद करनी चाहिए और रक्तदान से अधिक मदद और कोई नहीं हो सकती है। क्योंकि इस बहाने हम किसी न किसी का जीवन बचाते हैं। अनिल शर्मा ने रक्तदान करने वाले सभी साथियों को बधाई दी।

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