वन महोत्सव में रोपे गए 31 लाख पौधे, अधिकारी-जनप्रतिनिधि सभी जुटे Aligarh News

रविवार को पौधरोपण महाकुंभ में अपनी आहुति देने के लिए सरकारी विभागों के साथ सामाजिक धार्मिक व राजनैतिक संगठनों में भी होड़ मच गई।

By Sandeep SaxenaEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 01:15 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 04:19 PM (IST)
वन महोत्सव में रोपे गए 31 लाख पौधे, अधिकारी-जनप्रतिनिधि सभी जुटे Aligarh News
वन महोत्सव में रोपे गए 31 लाख पौधे, अधिकारी-जनप्रतिनिधि सभी जुटे Aligarh News

अलीगढ [जेएनएन]: पेड़-पौधों व पर्यावरण के संरक्षण के अभियान को कौन नहीं सराहेगा? ऐसे में रविवार को पौधरोपण महाकुंभ में अपनी आहुति देने के लिए सरकारी विभागों के साथ सामाजिक, धार्मिक व राजनैतिक संगठनों में भी होड़ मच गई। घर-घर में लोगों ने भी पूरे उत्साह से पौधे रोपे। देरशाम तक शासन से आवंटित 31 लाख पौधे रोपित कर लक्ष्य पूर्ण कर लिया गया। 

पीपल का पौध रोपकर महोत्सव का शुभारंभ किया

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आह्वन पर मिशन 25 करोड़ के जनपदीय नोडल अधिकारी प्रमुख सचिव (पीडब्ल्यूडी) नितिन रमेश गोकर्ण ने डीएम चंद्रभूषण ङ्क्षसह व सीडीओ अनुनय झा के साथ साथा ग्र्राम समाज की भूमि पर हरिशंकरी (पीपल, बरगद व पिलखन) पौध रोपित कर वन महोत्सव का शुभारंभ किया। यहां 10 हेक्टेअर भूमि दबंगों से मुक्त कराई गई थी, जिस पर कंजी, अर्जुन, बरगद, नीम आदि के पौधे रोपित किए। सर्किट हाउस में सहजन व आरएएफ  प्रांगण में पीपल का पौध रोपकर महोत्सव का शुभारंभ किया। डीएम व सीडीओ ने गभाना के ग्राम हुरसैना में पीपल के पौधे रोपे। 

प्रकृति-पर्यावरण भावी पीढ़ी के लिए धरोहर 

वन महोत्सव में प्रमुख सचिव नितिन रमेश गोकर्ण ने कहा कि प्रकृति और पर्यावरण आने वाली पीढ़ी के लिये धरोहर हैं। यदि हमें आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित रखना हैए तो प्रकृति और पर्यावरण को संरक्षित करना ही होगा। मनुष्य प्रकृति की गोद में ही पलता.बढ़ता है और प्रकृति में ही जीवन का समापन भी करता है। इसलिए पौधे रोपित करने के बाद उनकी बच्चों की भांति देखभाल करें। छर्रा में विधायक रवेंद्र पाल ङ्क्षसह ने नीम, खैर में राजपुर चारागाह की भूमि पर अनूप वाल्मीकि व वन क्षेत्राधिकारी ओमपाल ङ्क्षसह ने नीम, पीपल, बरगद, हाथरस ब्रांच नहर पर विधायक राजकुमार सहयोगी ने अर्जुन आदि के पौधे रोपित कर शुभारंभ किया। 

अच्छी प्रजाति व लंबाई की पौध

डीएम ने प्रमुख सचिव को बताया कि जनपद की विभिन्न तहसीलों में खाली पड़ी भूमि के साथ सैकड़ों बीघा भूमि को कब्जा मुक्त कराकरपौधरोपण कराया गया। 

गड्ढों की खुदाई कराई

वैटलेंट व नदी किनारे भी पौधरोपण सीडीओ ने बताया कि मनरेगा श्रमिकों से गड्ढों की खुदाई कराई गई। गोशाला, खेल मैदान, तालाब व वैटलैंड में पौधे रोपित किए। मनरेगा के अन्र्तगत जीर्णोद्वार की गई नीम नदी व तालाबों के किनारे भी पौधरोपण हुआ। प्रधानमंत्री आवास योजना एवं मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के लाभार्थियों के आवासों पर भी सहजन के पौधे रोपित किए गए। 

ये प्रजातियों के पौधे रोपे 

डीएफओ एनपी उपाध्याय ने बताया कि अभियान के अन्तर्गत नीम, शीशम, कंजी, बेल, चिलबिल, कटसागौन, जामुन, पीपल, आम, सहजन, ऑवला, बरगद, पाकड, कनक, अमरूद, पापड़ी, बकायना, देसी बबूल, जामुन समेत फलदार, छायादार, जंगली, चरावली एवं औषधीय गुणों वाले पौधे रोपे गए। 

3500 पौधे रोपे, अब देंगे फोटो 

माध्यमिक विद्यालयों में रविवार को प्रधानाचार्यों ने विभिन्न पौधों को लगवाया। एडेड, राजकीय व वित्तविहीन कॉलेजों में नीम, सहजन, अर्जुन, अशोक, अनार, पिलखन, आम आदि कई प्रजातियों के करीब 3500 पौधे रोपे गए। 6000 पौधे रोपने का लक्ष्य है। डीआइओएस डॉ. धर्मेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि सभी की फोटो आख्या देनी अनिवार्य है। 

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