अलीगढ़ में 115 निरक्षरों के हाथ में होगी गांव की प्रधानी

पंचायत चुनाव के परिणाम आ चुके हैं। प्रधान पद पर इस बार निरक्षरों को लोगों ने खूब वोट दिए हैं। जिले में कुल 115 निरक्षर प्रधान निर्वाचित हुए हैं। ऐसे में इतनी ही ग्राम पंचायतों की कमान इस बार निरक्षरों के हाथ में हाेगी।

By Sandeep Kumar SaxenaEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 11:57 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 11:57 AM (IST)
अलीगढ़ में 115 निरक्षरों के हाथ में होगी गांव की प्रधानी
जिले में कुल 115 निरक्षर प्रधान निर्वाचित हुए हैं।

अलीगढ़, जेएनएन। पंचायत चुनाव के परिणाम आ चुके हैं। प्रधान पद पर इस बार निरक्षरों को लोगों ने खूब वोट दिए हैं। जिले में कुल 115 निरक्षर प्रधान निर्वाचित हुए हैं। ऐसे में इतनी ही ग्राम पंचायतों की कमान इस बार निरक्षरों के हाथ में हाेगी। वहीं, दो प्रधान पीएचडीए धारक हैं। 150 प्रधानों ने प्राइमरी की पढ़ाई पूरी कर ली है। 66 प्रधान जूनियर हाईस्कूल पास हैं। 141 ने इंटरमीडिएट की पढाई की है। 85 स्नातक हैं। वहीं, 31 परस्नातक हैं। निर्वाचन विभाग ने सभी की जानकारी शासन में भेज दी है।

150 प्राइमरी तक पढ़ाई पूरी करने वाले हैं प्रधान 

जिले में कुल 867 ग्राम प्रधान हैं। 25 दिसंबर को इन प्रधानों का कार्यकाल खत्म हो गया था। ऐसे में निर्वाचन आयोग ने मार्च में इन पंचायतों में चुनाव कराने का एलान किया। जिले की दो ग्राम पंचायतों में चुनाव के दौरान दावेदारों की मौत हो जाने के कारण चुनाव नहीं हो सका। बाकी की बची हुई 867 ग्राम पंचायतों में एक साथ चुनाव हुआ। अब इन सभी के परिणाम आ चुके हैं। इसमें अगर शिक्षा की बात करें तो जनता ने इस बार सबसे अधिक 150 प्राइमरी तक पढ़ाई पूरी करने वाले प्रत्शाियों को जिताया है। इसी तरह 141 दावेदार इंटरमीडिएट पास करने वाले हैं। 115 निरक्षरों को भी इस बार प्रधान बनने का मौका मिला है। वहीं, 85 स्नातक पास दावेदार प्रधान बने हैं।

चार हजार से अधिक सदस्यों के पद रह गए खाली

जिले की पंचायतों में भले ही प्रधान तो नियुक्त हो गए हैं, लेकिन चार हजार से अधिक ग्राम पंचायत सदस्यों के पद अब भी खाली रह गए हैँ। नियमों के तहत पंचायत में दो तिहाई से कम सदस्य होने पर ग्राम प्रधान शपथ नहीं लेने सकते हैं। पहले दो तिहाई ग्राम पंचायत सदस्यों के पदों को भरना अनिवार्य होगा। ऐसेी करीब 200 पंचायत हैं। जिनमें सदस्यों के पद न भर जाने के कारण प्रधान शपथ नहीं ले पाएंगे।

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