आगरा में यहां दुश्मनी भुलाकर एक साथ भूख मिटाते है बेजुबान जानवर

फतेहाबाद मार्ग स्थित सती माता के मंदिर पर सैकड़ों की संख्या में रहते है बंदर गाय कुत्ते। लॉकडाउन के बीच इंसानों के साथ साथ बेजुबान जानवर भी परेशान हैं। एक दूसरे का दुश्मन मानने वाले कुत्ते-बंदर एक साथ अपने पेट की भूख शांत कर रहे हैं ।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 04:38 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 04:38 PM (IST)
आगरा में यहां दुश्मनी भुलाकर एक साथ भूख मिटाते है बेजुबान जानवर
फतेहाबाद मार्ग स्थित सती माता के मंदिर पर बदंरों और कुत्तों को भाेजन कराते समाज सेवी।

आगरा, अजय परिहार। यह दोस्ती हम नहीं तोडेंगे यह पंक्तियां यहां पर सटीक बैठती है । अक्सर देखा जाता है कि बंदरों को देखते हुए कुत्ते उनको दौड़ा लेते हैं । लेकिन पेट की भूख शांत करने के लिए फतेहाबाद मार्ग स्थित सती यशोदा माता के मंदिर पर दोनों बेजुबान जानवरों का प्यार देखते ही बनता है। समाजसेवियों ने दाना-पानी का इंतजाम किया तो बंदर, गाय, कुत्ते सभी एक साथ उछलते कूदते भोजन करते हुए नजर दिखाई देते हैं। भोजन का इंतजाम करने के लिए समाजसेवियों की मुहिम रंग ला रहीं हैं ।

कोरोना आपदा का कहर पूरा भारत झेल रहा है। इसकी चेन तोड़ने के लिए आगरा में कई दिन से लॉकडाउन चल रहा है। लॉकडाउन के बीच इंसानों के साथ साथ बेजुबान जानवर भी परेशान हैं। एक दूसरे का दुश्मन मानने वाले कुत्ते-बंदर एक साथ अपने पेट की भूख शांत कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही नजारा फतेहाबाद मार्ग स्थित सती यशोदा माता के मंदिर पर देखने को मिलता हैं। श्रीनाथ जी सेवा संस्थान के अध्यक्ष कुंज बिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष पवन अग्रवाल, सुभाष चंद्र शर्मा यहां पहुंचे। खिलाने के लिए खाद्य सामग्री डालना प्रारंभ किया, तो यहां एक साथ बंदर, कुत्ते फल, पूआ, चने को प्यार से खाते नजर आए। सती मंदिर पर हर दिन सैकड़ों बेजुबानों को खाना खिलाने के लिए समाज सेवी पहुच रहें हैं । यहां पर पहले बेजुबान आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा दिए गए दाना-पानी, रास्ते से गुजरने वाले राहगीरों के सहयोग से अपना पेट भरते थे । लॉकडाउन के चलते मंदिर परिसर में भक्तों का आवागमन बहुत कम हो गया । रास्तों से गुजरने वाले लोगों की संख्या भी कम हो गई । मंदिर परिसर स्थल में समूहों में उछल कूद करते नजर आते हैं । लेकिन कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉकडाउन में स्थानीय समाजसेवियों ने इन बेजुबान जानवरो को प्रतिदिन पूड़ी, फल, चना, टोस्ट, बिस्किट खिलाए जा रहे है । जानवर भी आपसी दुश्मनी भूलकर एक साथ पेट भर रहे हैं।

एक दूसरे के साथ बड़े प्यार से करते हैं भोजन

सती मंदिर पर बेजुबान के पास जब कोई भोजन लेकर पहुंचता है, तो सभी दौड़े दौड़े चले आते हैं । भोजन करते हुए कुत्ते, बंदर, गाय के ऊपर उछलते कूदते नजर आते हैं, तो कभी कुत्तों के साथ बंदर मस्ती करते हुए दिखाई देते हैं । यह एक दोस्ती का ही पैगाम है कि ऐसा प्यार बहुत ही कम स्थानों पर बेजुबानो के बीच देखने को मिलता है ।

क्या कहते हैं श्रीनाथजी सेवा संस्थान के पदाधिकारी

श्रीनाथजी सेवा संस्थान के अध्यक्ष कुंज बिहारी अग्रवाल ने बताया वह यह कार्य कई सालों से करते हुए आ रहे हैं । इन दिनों लॉकडाउन लगा हुआ है ।मंदिर पर काफी संख्या में बेजुबान रहते हैं ।प्रयास यही रहता है कि बेजुबानो को ज्यादा से ज्यादा भोजन उपलब्ध कराया जाए ।

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