आगरा में 23 किमी की दौड़ लगाकर दिया यमुना संरक्षण का संदेश, व्यथा बताने को बजाए घंंटे, शंख और थाली

यमुना आरती स्थल पर विश्व नदी दिवस पर हुआ कार्यक्रम। ताजमहल के डाउन स्ट्रीम में बैराज का निर्माण कराने की मांग। विश्व नदी दिवस पर यमुना मैया के भक्तों ने कालिंदी की व्यथा व जनप्रतिनिधियों की बेरुखी के प्रति रोष जताया।

By Nirlosh KumarEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 04:36 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 04:36 PM (IST)
आगरा में 23 किमी की दौड़ लगाकर दिया यमुना संरक्षण का संदेश, व्यथा बताने को बजाए घंंटे, शंख और थाली
यमुना आरती स्थल पर यमुना मैया के भक्तों ने किया प्रदर्शन।

जागरण संवाददाता, आगरा। यमुना आरती स्थल पर घंटे, थाली और शंख बजाकर यमुना मैया की व्यथा को भक्तों ने बयां किया। यह नजारा देखकर राहगीर भी रुक गए और कार्यक्रम में शामिल हुए। जिनके पास घंटा व थाली नहीं थी, उन्होंने सीटी बजाई। विश्व नदी दिवस पर यमुना मैया के भक्तों ने कालिंदी की व्यथा व जनप्रतिनिधियों की बेरुखी के प्रति रोष जताया। वहीं, रिकार्डधारक प्रमोद कटारा ने रविवार को यमुना मैया के लिए 23 किमी की दौड़ लगाई। ताजमहल से शुरुआत कर पोइया घाट और वापस सर्किट हाउस तक दौड़ लगाकर उन्होंने यमुना के संरक्षण का संदेश दिया। यमुना आरती स्थल पर शाम को उन्हें सम्मानित किया गया।

यमुना मैया के भक्तों ने ताजमहल के डाउन स्ट्रीम में बैराज का निर्माण शुरू कराने की मांग की। यमुना में डिसिल्टिंग व डूब क्षेत्र में हुए अवैध निर्माण हटाने, पूरे वर्ष नदी में जल प्रवाह की मांग की गई। रिवर कनेक्ट कैंपेन के संयोजक ब्रज खंडेलवाल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली से आगरा तक यमुना में स्टीमर चलाने का वादा किया था, लेकिन अब इस पर कोई चर्चा नहीं होती है। उन्होंने मांग की कि यमुना बेसिन की सभी छोटी नदियों की सफाई व संरक्षण किया जाए। यमुना पर तीन नए बांध बनाए जाने का विरोध जताया गया। मथुराधीश मंदिर के महंत नंदन श्रोत्रिय, पं. जुगल किशोर, राहुल राज, दीपक राजपूत, शहतोष गौतम, चतुर्भुज तिवारी, पद्मिनी अय्यर, दिनेश शर्मा, डा. हरेंद्र गुप्ता, दीपक पालीवाल, जगन प्रसाद, सोनिया राजपूत, सत्यम, पं. कमलकांत शास्त्री, अभिदीप शर्मा आदि मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री कर चुके हैं बैराज स्थल का दौरा

मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ वर्ष 2017 में नगला पैमा में उस जगह का निरीक्षण कर चुके हैं, जहां बैराज प्रस्तावित है। आगरा में बांध और रबर चेकडैम के बीच योजना अटकी हुई है। यहां रबर चेकडैम बनाया जाना है। इसके लिए अभी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल, उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड समेत एक अन्य विभाग से अनुमति प्राप्त नहीं हो सकी है।

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