World Thyroid Day 2020: इन शुरुआती लक्षणों को न करें अनदेखा, जानें कारण और बचाव भी
हर साल 25 मई को विश्व थायराइड दिवस मनाया जाता है। जिसे मनाने की मुख्य कारण होता है लोगों को थायराइड के प्रति जागरुक करना।
आगरा, जागरण संवाददाता। सारी दुनिया जिस बीमारी का साइलेंट किलर कहती है, वो बीमारी यदि समय रहते लक्षणों से समझ ली जाए तो बहुत हद तक बचाव हो सकता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं थाइरॉइड की। बहुत की आम लेकिन गंभीर समस्या होने के कारण इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से ही हर वर्ष 25 मई को विश्व थाइरॉइड दिवस मनाया जाता है। होम्योपैथिक विशेषज्ञ डॉ एनके सिन्हा के अनुसार आज के समय में अधिकतर लोग गलत खानपान और दिनचर्या के कारण थायराइड के शिकार हो रहे हैं। जिसमें पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या ज्यादा है। इसे साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है। थायराइड एक तरह की ग्रंथि होती है जो गले में बिल्कुल सामने की ओर होती है। यह ग्रंथि आपके शरीर के मेटाबॉल्जिम को नियंत्रण करती है। यानी जो भोजन हम खाते हैं यह उसे ऊर्जा में बदलने का काम करती है। इसके अलावा यह आपके हृदय, मांसपेशियों, हड्डियों व कोलेस्ट्रोल को भी प्रभावित करती है। इसके लक्षण एक साथ नही दिखते है। पुरूषों में थायराइड की समस्या के लक्षण समस्या के प्रकार पर निर्भर करता है। यह किसी भी अंतर्निहित कारण, समग्र स्वास्थ्य, जीवन शैली में परिवर्तन और दवाओं के साथ चल रहे इलाज के कारण हो सकता है।
थायराइड के कारण
- आयोडीन की कमी
- जनेटिक
- विकिरण थैरेपी
- तनाव
- अत्यधिक दवाओं का सेवन
- मोनोपॉज
- प्रेग्नेंसी
कैसे पहचानेंं
- वजन कम होना
- गर्मी बर्दाश्त न होना
- पेट में बार-बार गड़बड़ी
- कंपकंपी
- घबराहट और चिड़चिड़ापन
- थॉयरायड ग्रंथि का बढ़ जाना
- नींद में गड़बड़ी
- थकान
ऐसे करें बचाव
- तला हुआ भोजन कम से कम खाने की कोशिश करें। ऐसा भोजन सेवन करने से दवा का असर कम हो जाता है।
- अधिक चीनी खाने से बचे।
- कॉफी में एपिनेफ्रीन और नोरेपिनेफ्रीन थायराइड को बढ़ावा देते हैं। इसलिए इससे दूरी बनाना ही बेहतर है।
- हर प्रकार की गोभी खाने से बचें।
- सोया खाने से बचें। लेकिन कहा जाता है कि थायराइड की दवा खाने के 4 घंटे बाद इसका सेवन कर सकते हैं।