MANREGA: ब्रज में कोरोना का खौफ, मनरेगा में काम नहीं कर रहे मजदूर

MANREGA संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चलते जान जोखिम में डालने से बच रहे मजदूर। आम दिनों में 10 से 12 हजार मजदूर करते है मनरेगा में काम। कोरोना संक्रमण की पहली लहर के दौरान एक दिन में मथुरा में 60 हजार से अधिक मजदूरों ने काम किया था।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 04:37 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 04:37 PM (IST)
MANREGA: ब्रज में कोरोना का खौफ, मनरेगा में काम नहीं कर रहे मजदूर
संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चलते जान जोखिम में डालने से बच रहे मजदूर।

आगरा, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच अब मजदूर भी कोई जोखिम लेना नहीं चाहते हैं, जिसमें एक साथ मनरेगा के तहत काम करने वाले मजदूरों की संख्या घट गई है। जबकि अधिकारी चाहते हैं कि मनरेगा के तहत अधिक से अधिक मजदूर काम करें। आम दिनों में 10 हजार के आसपास काम करने वाले मजदूर सिमट कर दो हजार का आंकड़ा भी पार नहीं कर पा रहे। पिछले करीब एक माह से लगातार मनरेगा में काम करने वालों की संख्या घटती चली जा रही है। संक्रमण के बढ़ने खौफ ने मजदूरों के भी हाथ रोक दिए हैं। ऐसे में जान जोखिम में डालने के बजाए घर में बैठना अधिक पसंद कर रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर से पहले प्रतिदिन काम करने वाले मजदूरों की संख्या 10 से 12 हजार रहती थी, लेकिन अब बमुश्किल दो हजार मजदूर भी काम नहीं कर रहे हैं। मनरेगा कार्ड धारक पप्पू, मांगे और झम्मन का कहना है कि एक तो कोई ऐसा व्यक्ति नहीं बचा, जिसे बुखार न आया हो। जिसकी वजह से एक तो शरीर में दम नहीं रहा है कि वह फावड़ा चला सके। दूसरा मास्क लगाकर फावड़े का काम नहीं होता है। फिर रुपये भी समय से नहीं मिल पा रहे हैं। अधिकारी कोरोना की वजह से कार्यालय में बैठ नहीं पा रहे हैं।

कोरोना के डर की वजह से मजदूर काम नहीं करना चाहते हैं। काफी कम मजदूर ही काम कर रहे हैं। मनरेगा के तहत कार्यों में कोई कमी नहीं है।

बलराम कुमार, पीडी - डीआरडीए

एक दिन में 60 हजार से अधिक मजदूरों ने किया था काम

कोरोना संक्रमण की पहली लहर के दौरान एक दिन में जिले में 60 हजार से अधिक मजदूरों ने काम किया था। इतने मजदूरों ने अभी तक जिले में काम नहीं किया है। शासन की मंशा है कि ठीक इसी तरह मजदूर एक बार फिर काम करें, जिससे उनके सामने आर्थिक संकट जैसी कोई परेशानी सामने पैदा न हो। जिसको लेकर अधिकारी भी लगातार कवायद करने का दावा कर रहे हैं।

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