शिविर में अनुशासन का पाठ सीख रहे स्वयं सेवक

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में दिया भ्रूण हत्या ड्रग्स जागरूकता का संदेश परेड के सीखे गुण प्रभात फेरी से की शिविर की शुरुआत

By JagranEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 06:40 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 06:40 AM (IST)
शिविर में अनुशासन का पाठ सीख रहे स्वयं सेवक
शिविर में अनुशासन का पाठ सीख रहे स्वयं सेवक

आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा खंदारी स्थित जेपी सभागार में चल रहे पूर्व गणतंत्र दिवस परेड शिविर में आए स्वयं सेवकों को अनुशासन का पाठ पढ़ाया जा रहा है। जीवन लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कैसे योग्यता और क्षमता को पंख बनाया जा सकता है, यह बातें स्वयं सेवकों को वक्ताओं द्वारा बता कर प्रेरित किया जा रहा है।

शुक्रवार को शिविर की शुरुआत छत्तीसगढ़ राज्य के द्वारा प्रभात फेरी से हुई। बौद्धिक सत्र में शिविर निदेशक डा. अशोक कुमार श्रोत्रिय ने मुख्य वक्ता राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के प्रमुख हरि बोरिकर का परिचय दिया। हरि बोरिकर ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि छात्र जीवन में कैसा और क्या कर सकते हैं, यह उनकी योग्यता और क्षमता पर निर्भर करता है। उन्होंने हिमा दास का उदाहरण दिया। मुख्य अतिथि उत्तराखंड की भूमिका व मध्यप्रदेश के जितेंद्र पवार थे।

बौद्धिक सत्र के बाद शाम को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड व मध्यप्रदेश के स्वयं सेवकों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। उत्तर प्रदेश के स्वयं सेवकों ने कृष्ण रासलीला, भ्रूण हत्या पर कविता एवं ड्रग्स जागरूकता पर नाटक का मंचन किया। उत्तराखंड के वैभव ने कुमायुं गीत का गायन किया। गढ़वाली गीत पर समूह नृत्य भी हुआ। चिपको आंदोलन पर एकांकी नाटक का मंचन किया गया। देवाशीष ने ताल वाद्य योग किया। मध्यप्रदेश के स्वयं सेवकों ने अनेकता में एकता गीत प्रस्तुत किया। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ एवं छुआछूत पर नाट्य प्रस्तुति दी। सायंकालीन सत्र के मुख्य अतिथि डा. रजनीश अग्निहोत्री थे। एनसीसी के अनुदेशक विजेंद्र सिंह ने परेड के गुण सिखाए। शिविर समन्वयक डा. रामवीर सिंह चौहान ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। डा. स्नेहा थवाईत, डा. दुर्गेश कुमार, डा. सुनीता श्रीवास्तव, डा. भारती शर्मा, प्रो. रविद्र नाफड़े, डा. संतोष कुमार पांडेय आदि ने व्यवस्थाएं संभालीं।

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