आगरा में जल्द शुरू होगा दो गो-आश्रय स्थलों का काम, कार्यदायी संस्था की तलाश

प्रशासन की ओर से किरावली के गोबरा गांव में 1.152 हेक्टेयर और बाह के कुकथरी में दो हेक्टेयर जमीन उपलब्ध करा दी गई है। दोनों ही जगह पर प्रस्तावित गो-आश्रय स्थलों पर 500-500 गोवंश के लिए बनाए जाएंगे।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 04:08 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 04:08 PM (IST)
आगरा में जल्द शुरू होगा दो गो-आश्रय स्थलों का काम, कार्यदायी संस्था की तलाश
जल्द बनेंगी आगरा में दो और गौशालाएं। फाइल फोटो

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा में दो और गो-आश्रय स्थल बनेंगे। इसके लिए बाह तहसील अंतर्गत कुकथरी और किरावली तहसील अंतर्गत गोबरा गांव में जगह पहले ही चिह्नित कर ली गई है। दोनों गो-आश्रय स्थलों के निर्माण के लिए शासन से 1.20 करोड़ रुपये की धनराशि भी जारी हो चुकी है। अब कार्यदायी संस्था की तलाश है। जोकि दोनों गो-आश्रय स्थलों को मूर्त रूप दे पाए।

प्रशासन की ओर से किरावली के गोबरा गांव में 1.152 हेक्टेयर और बाह के कुकथरी में दो हेक्टेयर जमीन उपलब्ध करा दी गई है। दोनों ही जगह पर प्रस्तावित गो-आश्रय स्थलों पर 500-500 गोवंश के लिए बनाए जाएंगे। हालांकि बाद में इनकी क्षमता और बढ़ाई जा सकती है। बाह और किरावली क्षेत्र में सरकारी गोआश्रय स्थल नहीं हैं। क्षेत्र में तमाम बेसहारा पशु घूमते रहते हैं। जोकि न सिर्फ फसलों को खराब करते हैं बल्कि मार्गों पर आवागमन में भी अड़चन बनते हैं। इनकी वजह से आए दिन हादसे भी होते रहते हैं। इन बेसहारा गोवंश को बाह क्षेत्र से पकड़कर शहर में बने गो-आश्रय स्थल तक लाना मुश्किल होता है। ऐसे में निर्णय लिया गया है कि किरावली क्षेत्र में भी गो-आश्रय स्थल विकसित किया जाएगा। बाह और किरावली में गोआश्रय स्थल बनने के बाद इन क्षेत्रों में इधर-उधर भटकते गोवंश को भी सहारा मिलेगा। अन्य क्षेत्रों में भी गोआश्रय स्थल बनाने की योजना है। 

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