ताज के दीदार में नहीं होगी दुर्घटना, वुडन रेलिंग से होगी अब पर्यटकों की सुरक्षा Agra News

मुख्य मकबरे पर संगमरमरी जाली से एक मीटर की दूरी पर लगाई जाएगी। सैलानी जाली के नजदीक जाकर नीचे झांकते हैं लगा रखी है रस्सी।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Tue, 10 Dec 2019 05:40 PM (IST) Updated:Tue, 10 Dec 2019 05:40 PM (IST)
ताज के दीदार में नहीं होगी दुर्घटना, वुडन रेलिंग से होगी अब पर्यटकों की सुरक्षा Agra News
ताज के दीदार में नहीं होगी दुर्घटना, वुडन रेलिंग से होगी अब पर्यटकों की सुरक्षा Agra News

आगरा, जागरण संवाददाता। ताजमहल में पर्यटकों की सुरक्षा को मुख्य मकबरे पर वुडन रेलिंग लगाई जाएगी। इससे उनके संगमरमरी जाली के नजदीक जाकर नीचे झांकने पर रोक लग सकेगी। वर्तमान में यहां रस्सी बांधकर काम चलाया जा रहा है, लेकिन वो नाकाफी साबित हो रही है।

ताजमहल में मुख्य मकबरे पर चारों ओर संगमरमरी जाली लगी हुई है। इसकी ऊंचाई अधिक नहीं है। पर्यटक जाली के किनारे पर आकर नीचे की ओर झांकते हैं। इससे पर्यटकों के नीचे गिरने का खतरा रहता है। एएसआइ द्वारा पर्यटकों को रोकने के लिए यहां पर जाली से पूर्व रस्सी बांधकर व्यवस्था की हुई है। इसके बावजूद कई बार पर्यटक रस्सी को क्रॉस कर जाली तक पहुंच जाते हैं। इसे देखते हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने मुख्य मकबरे पर चारों तरफ संगमरमरी जाली से एक मीटर पहले वुडन रेलिंग लगाने को टेंडर जारी किया है। इस पर करीब 35.31 लाख रुपये व्यय होंगे। मुख्य मकबरे के संगमरमरी फर्श से रेलिंग मिलती-जुलती नजर आए, इसीलिए मार्बल के ब्लॉक में साल की लकड़ी की बीम फिक्स की जाएंगी। बीम में स्टेनलेस स्टील की रेलिंग लगाई जाएगी। वुडन रेलिंग पर्यटकों को संगमरमरी जाली के नजदीक जाने से रोकने में सहायक होगी। इसमें करीब तीन माह का समय लगेगा।

अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि ताज में पर्यटकों की सुरक्षा को वुडन रेलिंग लगाई जाएगी। इसका काम शीघ्र शुरू होगा।

पूर्व में भी लगाई जा चुकी है इसी तरह की रेलिंग

ताजमहल में पूर्व में भी इसी तरह वुडन रेलिंग लगाई जा चुकी है। मुख्य मकबरे में शहंशाह शाहजहां व मुमताज के कब्रों वाले कक्ष, पच्चीकारी को पर्यटकों को छूने से रोकने को मुख्य मकबरे की आर्च, चमेली फर्श पर पर्यटकों की लाइन लगाने की व्यवस्था को इसी तरह की रेलिंग लगाई जा चुकी हैं। 

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