Remedisvir: नोएडा की महिला कर रही थी रेमेडिसविर इंजेक्शन के नाम पर ठगी, आगरा पुलिस ने किया गिरफ्तार
नोएडा के सेक्टर 105 की रहने वाली है आरोपित महिला। 70 हजार रुपये खाते में ट्रांसफर कराने के बाद नहीं दिया इंजेक्शन। पांच हजार रुपये प्रति इंजेक्शन के नाम पर कराई थी खाते में रकम जमा। न इंजेक्शन दिए और ना ही लौटाई रकम। महिला से पूछताछ है जारी।
आगरा, जागरण संवाददाता। नोएडा की एनजीओ संचालक महिला ने रेमेडिसविर इंजेक्शन के नाम पर आगरा की एक एनजीओ संचालक महिला से ठगी कर ली थी। कोविड एंटी ब्लैकमार्केटिंग स्क्वाड में शिकायत करने पर पुलिस टीम ने नोएडा से आरोपित महिला को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ हरीपर्वत थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।
सिकंदरा के शास्त्रीपुरम निवासी कविता एनजीओ संचालित करती हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि 24 अप्रैल को वे कोरोना पाजिटिव हो गई थीं। उनके एनजीओ के कुछ कर्मचारी भी संक्रमित हो गए थे। उनके स्वजन कविता से रेमेडिसविर इंजेक्शन मांग रहे थे। इसलिए उन्होंने नोएडा में एनजीओ संचालित करने वाली सेक्टर 105 निवासी दीपाली पांडे से फोन पर संपर्क किया। दीपाली से उनका परिचय था। दीपाली ने एक इंजेक्शन की पांच हजार रुपये में उपलब्ध कराने का वादा किया। उसके द्वारा बताए गए खाते में कविता ने 70 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। तब से वह लगातार संपर्क कर रही थीं, लेकिन दीपाली ने इंजेक्शन उपलब्ध नहीं कराए और न ही रुपये वापस किए। तब उन्होंने पुलिस से मामले की शिकायत की। कविता की तहरीर पर हरीपर्वत थाने में दीपाली पांडे के खिलाफ धोखाधड़ी और अमानत में खयानत की धारा में मुकदमा दर्ज हुआ। पुलिस ने मंगलवार को दीपाली को हरीपर्वत क्षेत्र में रवि हास्पिटल के पास से गिरफ्तार कर लिया।
कोविड एंटी ब्लैकमार्केटिंग स्क्वाड के नोडल अधिकारी एसपी पूर्वी के वैंकट अशोक ने बताया कि आरोपित महिला ने बताया है कि वह आगरा में इंजेक्शन की व्यवस्था करने आई थी। मगर, कोई व्यवस्था नहीं हो पाई। महिला से अभी पूछताछ की जा रही है।