सवर्ण समाज ने बगैर अनुमति की पंचायत, बरहन थाने में मुकदमा

बंाधनू गांव में मनरेगा जाब कार्ड बनवाने को लेकर लिखी जा चुकी है दोनों पक्षों की रिपोर्ट बगैर अनुमति पंचायत करने पर 41 नामजद 15 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 06:15 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 06:15 AM (IST)
सवर्ण समाज ने बगैर अनुमति की पंचायत, बरहन थाने में मुकदमा
सवर्ण समाज ने बगैर अनुमति की पंचायत, बरहन थाने में मुकदमा

जागरण टीम, आगरा। बरहन के बांधनू गांव में मनरेगा जाब कार्ड बनवाने को लेकर हुए बवाल के मामले में क्रास एफआइआर दर्ज होने के बाद सवर्ण समाज की पंचायत हुई। इसमें अनुसूचित जाति के लोगों पर आए दिन मुकदमे दर्ज कराकर उत्पीड़न करने पर विरोध जताया गया। तय किया कि जल्द इस संबंध में उच्चाधिकारियोंसे वार्ता की जाएगी। वहीं बगैर अनुमति पंचायत के आयोजन पर पुलिस ने 41 नामजद और 15 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।

पंचायत में बांधनू, चौखड़ा, रूपधनु, आवलखेड़ा, बमान, नया बांस, सेमरा समेत कई गांवों के सवर्ण समाज के लोग शामिल हुए। वक्ताओं ने कहा कि सवर्णो पर एससीएसटी एक्ट के मुकदमे झूठे लादे जा रहे हैं। पिछले दिनों आंवलखेड़ा में भी सवर्ण पर मुकदमा दर्ज किया गया। इसके विरोध में पुलिस के आला अधिकारियों से वार्ता की जाएगी। पंचायत में रूपधनू प्रधान नीरज चौहान, आंवलखेड़ा के पूर्व प्रधान बंटी चौहान, मुन्नालाल, रवि नेताजी, बालाजी, कौशलेंद्र सिंह चौहान, चेतन सिंह चौहान, श्याम सुंदर परमार, सर्वेश सिंह चौहान, वीरपाल सिंह परमार, शिवनारायण, शैलेंद्र सिंह, प्रवीण कुमार, नंद किशोर, पुष्पेंद्र सिंह, पवन कुमार, अशोक कुमार, गिर्राज सिंह, रामसेवक सिंह उपस्थित रहे। ये हुई थी घटना

बांधनू गांव में 10 जून को मनरेगा जाब कार्ड बनवाने को लेकर रोजगार सेवक त्रिवेंद्र कुमार मौर्या और अंकुल पक्ष के बीच जमकर लाठी-डंडे चले थे। कई लोग घायल हो गए थे। घटना में पुलिस ने त्रिवेंद्र की तहरीर पर ठाकुर समाज के 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। क्षेत्रीय विधायक रामप्रताप सिंह चौहान के हस्तक्षेप पर शुक्रवार रात अंकुल की तहरीर पर त्रिवेंद्र, अजीत, रिंकू, बहोरी, जितेंद्र, पप्पू, नेमी, अनिल, चंद्रमोहन, रामवीर, भगवान सिंह के विरुद्ध बलवा, मारपीट व धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ। एसओ बोले, नहीं ली गई पंचायत की अनुमति

बांधनू में पंचायत की सूचना पर थानाध्यक्ष बरहन बहादुर सिंह पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए। पंचायत में उपस्थित लोगों ने उन्हें बताया कि उच्चाधिकारियों से मिलने को रणनीति बनाई जा रही है। इधर, एसओ का कहना है कि पंचायत की अनुमति नहीं ली गई। पंचायत में शामिल लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

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