UP Board Results 2021: यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम में बिना अंक दिए मिला है विदहेल्ड या प्रोन्नति, जानिए क्‍या है इसका मतलब

यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परीक्षा परिणाम शनिवार को किया था जारी। बोर्ड निदेशक ने जारी किए निर्देश जान सकते हैं अपनी शंकाओं के जबाव। बहुत से छात्रों के अंक पत्र पूर्ण नहीं हैं या उन्‍हें अनुपस्थित दिखाया गया है।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 08:16 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 08:16 AM (IST)
UP Board Results 2021: यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम में बिना अंक दिए मिला है विदहेल्ड या प्रोन्नति, जानिए क्‍या है इसका मतलब
यूपी बोर्ड ने रिजल्‍ट जारी करने के साथ दिशा निर्देश भी जारी किए हैं।

आगरा, संदीप शर्मा। उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) का रिजल्ट जारी हो चुका है। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में तमाम विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम में अंकों की जगह सिर्फ प्रोन्नत या विदहेल्ड जैसे शब्द लिखे आ रहे हैं। छात्रों से लेकर अभिभावक तक परेशान हैं कि आखिर इसका मतलब क्‍या है। इस असमंजस को दूर करने के लिए बोर्ड ने भी स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए हैं।

जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि शिक्षा निदेशक माध्यमिक विनय कुमार पांडेय ने बोर्ड परीक्षा परिणाम में जारी करने के साथ उससे जुड़े कुछ दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। उसके अनुसार बोर्ड स्तर से जारी परिणाम में अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों की संख्या में बोर्ड ने अनुपस्थित रहे व विदहेल्ड विद्यार्थी को शामिल किया है, जिनके अभिलेख पूरे नहीं है या उनके अंकपत्र आदि के विवरण में त्रुटि है।

इन्हें मिली है प्रोन्नति

ऐसे विद्यार्थी जो अंक जाड़ने पर लिखित परीक्षा में न्यूनतम उत्तीर्ण अंक प्राप्त नहीं कर पाएं, लेकिन आंतरिक मूल्यांकन में वह उत्तीर्ण हैं, उन्हें बोर्ड स्तर से बिना अंक के सामान्य प्रोन्नति प्रदान की गई है। बोर्ड ने परिणाम में उनके अंक प्रदर्शित नहीं किए हैं। वहीं ऐसे संस्थागत व व्यक्तिगत विद्यार्थी जिनके कक्षा नौवीं और 11वीं की वार्षिक परीक्षा या कक्षा 10वीं या 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षा के अंक उपलब्ध नहीं हो पाएं है, उन्हें भी बोर्ड ने बिना अंकों के सामान्य रूप से प्रोन्नत कर दिया है।

यह रहेगा विकल्प

बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि वर्ष 2021 के सभी पंजीकृत विद्यार्थी, जो अंक सुधार के लिए पुन: परीक्षा में शामिल होना चाहते हैं, उन्हें बोर्ड आगामी परीक्षा में शुल्क दिए बिना अंक सुधार के लिए एक या एक से अधिक कितने भी विषयों की परीक्षा में बैठने का अवसर देगा, उनका परीक्षाफल वर्ष 2021 ही माना जाएगा।

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