Police Recruitment: साल्वर गैंग की मदद से पुलिस में भर्ती हुए तीन सिपाही एसटीएफ के रडार पर

मुजफ्फरनगर फतेहपुर और इटावा में हैं तैनात बायोमेट्रिक मिलान में पास होने की भी होगी जांच। ये तीनों मुकदमे में वांछित हैं। गिरफ्तारी को शासन से अनुमति ली जा रही है। इसके लिए भर्ती बोर्ड से मिलान करने वाले कर्मचारियों को निकलवाया गया।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 11:23 AM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 11:23 AM (IST)
Police Recruitment: साल्वर गैंग की मदद से पुलिस में भर्ती हुए तीन सिपाही एसटीएफ के रडार पर
पुलिस भर्ती में फर्जी तरीके से तीन सिपाही भर्ती हो गए।

आगरा, जागरण संवाददाता। एसटीएफ ने बुधवार को एत्माद्दौला क्षेत्र से साल्वर गैंग के सरगना समेत तीन को गिरफ्तार किया था। इस गैंग की मदद से पुलिस में भर्ती होने वाले तीन सिपाही अब एसटीएफ के रडार पर हैं। ये तीनों मुकदमे में वांछित हैं। गिरफ्तारी को शासन से अनुमति ली जा रही है।

एत्माद्दौला क्षेत्र से बुधवार को अलीगढ़ के थाना गोंडा में गांव माती निवासी अभिषेक कुमार, राम प्रकाश शर्मा और गांव बसई निवासी पंकज कुमार को गिरफ्तार किया था। एसटीएफ के इंस्पेक्टर हुकम सिंह के मुताबिक, अभिषेक साल्वर गैंग का सरगना है। उसने अपने साथी प्रिंस को पुलिस भर्ती परीक्षा में बैठाया था। उसने गोंडा निवासी जितेंद्र, रजत और अमित की परीक्षा दी थी। रजत और अमित कुमार सिपाही बन गए। अमित मुजफ्फरनगर और रजत फतेहपुर में तैनात हैं। रामप्रकाश और रवि की जगह अभिषेक ने परीक्षा दी थी। तीनों लिखित परीक्षा में पास हो गए। दौड़ के समय राम प्रकाश और पंकज का बायो मैट्रिक मिलान नहीं हो सका। रवि की भर्ती हो गई। वह इटावा में तैनात हैं। शारीरिक दक्षता परीक्षा के दौरान भी सभी का बायो मैट्रिक मिलान हुआ होगा। मगर, वो पकड़े नहीं गए। इससे आशंका है कि बायोमेट्रिक में भी गड़बड़ी की गई। जांच की जा रही है। इसके लिए भर्ती बोर्ड से मिलान करने वाले कर्मचारियों को निकलवाया गया। किसी और तरीके से किया जा सकता है।

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