Family Counseling: प्रोफेसर पति से ज्यादा मोबाइल को अहमियत देती थी पत्नी, पुलिस को करनी पड़ी काउंसिलिंग
प्रोफेसर की दो साल पहले हुई है शादी पत्नी के पिता हैं दारोगा। वहीं पत्नी का आरोप है कि शादी के बाद पति प्रोफेसर बने तो तवज्जो देना कर दिया गया है बंद। परिवार परामर्श केंद्र पहुंचे 41 पति-पत्नी दस में हुआ राजीनामा।
आगरा, जागरण संवाददाता। प्रोफेसर पति से ज्यादा पत्नी मोबाइल को अहमियत देती थी। वह कोई काम कहते तो उसे अनुसना करके मोबाइल पर व्यस्त रहती। प्रोफेसर का पत्नी द्वारा मोबाइल पर इस तरह लंबी बातें करना पसंद था। इसे लेकर टोका तो विवाद शुरू हो गया। पत्नी के पिता सेवानिवृत्त दारोगा होने के चलते वह दबाव में नहीं आई। दोनों में विवाद इतना बढ़ा कि मामला पुलिस के पास पहुंच गया। रविवार को प्रोफेसर पति और उनकी पत्नी परिवार परामर्श केंद्र काउंसिलिंग में पहुंचे। दोनों एक दूसरे पर आरोप लगाने लगे। पति-पत्नी के बीच बात नहीं बनने पर उन्हें सुलह के लिए अगली तारीख पर बुलाया गया है। रविवार को परिवार परामर्श केंद्र में 41 पति-पत्नी पहुंचे थे। इनमें दस में सुलह हो गई। अन्य लोगों को दुबारा बुलाया गया है।
मामला ग्वालियर के रहने वाले एक प्रोफेसर का है। प्रोफेसर ने काउंसलर को बताया कि दो साल पहले शादी हुई थी। पत्नी अपना ज्यादातर समय मोबाइल को देती हैं। मना करने पर झगड़ा करती हैं। वहीं पत्नी ने आरोप लगाया कि शादी के बाद पति प्रोफेसर बने हैं। इसलिए अब वह उन्हें पसंद नहीं है। अतिरिक्त दहेज की मांग कर रहे हैं। दोनों के एक बेटा भी है। वही पति ने आरोप लगाया कि पत्नी अपने सेवानिवृत्त दारोगा पिता की धमकी देती है। कांउसलर ने उन्हें अगली तारीख दी है। परिवार परामर्श केंद्र प्रभारी कमर सुल्ताना ने बताय कि रविवार को 45 दंपतियों को कॉल किया गया था। इनमें 41 जोड़े आए थे। इनमें 10 दंपतियों के बीच काउंसिलिंग के बाद सुलह हो गई।