Tricolor on Monuments: ताजनगरी में एक ही दिन क्यों, हर रात स्‍मारक रहें तिरंगी रोशनी से रोशन

कोरोना की 100 करोड़ वीं वैक्सीन की डोज लगने पर तिरंगी रोशनी में रोशन होने हैं स्मारक। आगरा किला फतेहपुर सीकरी अकबर का मकबरा और एत्माद्दौला भी इनमें शामिल हैं। आगरा में रात्रि पर्यटन आकर्षण का है अभाव पर्यटन संस्थाएं तीन दशक से उठा रही हैं मांग।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 12:09 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 12:09 PM (IST)
Tricolor on Monuments: ताजनगरी में एक ही दिन क्यों, हर रात स्‍मारक रहें तिरंगी रोशनी से रोशन
देश में 100 करोड़ कोरोना वैक्‍सीन लग जाने पर आगरा किला उस रात इस तरह रंगीन नजर आएगा।

आगरा, जागरण संवाददाता। 13 अक्टूबर की शाम ताजनगरी के चार स्मारकों पर तिरंगी रोशनी डाली गई तो मनोरम नजारा हमेशा के लिए मन में बस गया। मुगल काल की शानौ-शौकत और स्थापत्य कला की अनुपम निशानियां रोशन हुईं तो लगा जैसे पर्यटन कारोबारियों का दशकों पुराना ख्वाब साकार हो उठा हो। ट्रायल के बाद पूरे शहर से मांग उठ रही है कि एक ही दिन क्यों, स्मारकों को हमेशा के लिए रोशन किया जाए। इससे रात्रि पर्यटन आकर्षण के अभाव में पिछड़ते आगरा के पर्यटन कारोबार का भी भला हो सकेगा।

देश में कोरोना वैक्सीन की 100 करोड़ वीं डोज लगने के दिन को खास बनाने की तैयारी है। दुनिया को आत्‍मनिर्भर भारत का संदेश देने के लिए सरकारी विभाग तैयारियों में जुटे हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने इस दिन को खास बनाने के लिए 100 स्मारकों को रोशन करने की तैयारी की है। इनमें आगरा स्थित आगरा किला, फतेहपुर सीकरी, अकबर का मकबरा और एत्माद्दौला भी शामिल हैं। 13 अक्टूबर की शाम इन स्मारकों पर तिरंगी रोशनी डालकर ट्रायल भी किया गया था, जिसे काफी पसंद किया गया। इंटरनेट मीडिया में पोस्ट किए गए स्मारकों के चित्राें को देख शहरवासी वाह-वाह कर रहे हैं। इसके बाद पर्यटन कारोबारियों की पुरानी पीड़ा भी उभर आई है। करीब तीन दशकों से आगरा के पर्यटन कारोबार को बढ़ाने के लिए वो स्मारकों को कृत्रिम प्रकाश में रोशन करने की मांग करते चले आ रहे हैं। दिल्ली में दो वर्ष पूर्व नौ स्मारकों को रात में खोलने के साथ रोशन भी किया जा चुका है, लेकिन आगरा के स्मारकों को रात में रोशन करने पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का ध्यान नहीं है। वो एक दिन को खास बनाने के लिए तो तैयारियां कर रहा है, लेकिन इसे स्थायी बनाने पर उसका ध्यान नहीं है। पर्यटन कारोबारियों का कहना है कि अगर स्मारकों को प्रतिदिन रात में रोशन किया जाए, तो पर्यटक उन्हें देखने के लिए यहां रात में रुकना पसंद करेंगे।

आगरा में 30 फीसद भी नहीं रात्रि प्रवास

आगरा में सितारा और बजट क्लास होटलों की कमी नहीं है। यहां पर करीब दो दर्जन सितारा और 400 के करीब बजट क्लास होटल हैं। 100 से अधिक पेइंग गेस्ट हाउस भी हैं। इसके बावजूद आगरा में पर्यटक रात में नहीं रुकते हैं। आगरा आने वाले पर्यटकों में से 30 फीसद पर्यटक भी यहां रात्रि प्रवास नहीं करते हैं। इसका कारण यहां रात्रि पर्यटन आकर्षणों का अभाव है।

ढाई वर्ष से बंद है साउंड एंड लाइट शो

आगरा किला में पूर्व में साउंड एंड लाइट शो का आयोजन हुआ करता था। उप्र पर्यटन निगम द्वारा कराया जाने वाला यह शो अप्रैल, 2019 में अपग्रेडेशन के नाम पर बंद कर दिया गया था। तब से शहर का एकमात्र रात्रि पर्यटन आकर्षण बंद है। इसे पुन: शुरू कराने को जिम्मेदार विभाग सुध नहीं ले रहे हैं।

क्या बोले पर्यटन कारोबारी

संस्था द्वारा काफी समय से स्मारकों को कृत्रिम प्रकाश में रोशन करने की मांग की जा रही है। ताजमहल और एत्माद्दौला को रात में रोशन नहीं कर सकते हैं तो आगरा में स्थित अन्य स्मारकों को रोशन किया जाए। आगरा किला और फतेहपुर सीकरी में साउंड एंड लाइट शो की शुरुआत हो। केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के समक्ष भी यह मांग उठाई गई थी।

-राकेश चौहान, अध्यक्ष होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन

संगठन करीब तीन दशक से स्मारकों को रात में रोशन करने की मांग को उचित मंचों पर उठाता आ रहा है। हाल ही में आगरा आए केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल से भी यह मांग की गई थी। जब दिल्ली में स्मारकों को रात में खोला जा सकता है तो आगरा में क्यों नहीं? उम्मीद है कि सरकार हमारी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी।

-संदीप अरोड़ा, अध्यक्ष आगरा टूरिज्म डवलपमेंट फाउंडेशन

स्मारकों को तिरंगी रोशनी में रोशन करने का ट्रायल अच्छा था। मेरा विचार है कि स्मारकों पर उनके इतिहास को दर्शाने वाला शो होना चाहिए, जिससे पर्यटक उस स्मारक से जुड़ाव महसूस कर सकें। पर्यटन, अब केवल सांस्कृतिक विरासत (स्मारकों) तक सीमित नहीं रहा है, उसमें बहुत कुछ जोड़े जाने की जरूरत है, जिससे कि पर्यटक आकर्षित हो सकें।

-योगेश शर्मा, एप्रूव्ड टूरिस्ट गाइड

स्मारकों को तिरंगी रोशनी में रोशन करने का नजारा अद्भुत था। इसे एक दिन न कर, वर्ष के 365 दिन के लिए किया जाना चाहिए। इससे आगरा के पर्यटन कारोबार को लाभ मिलेगा। नवंबर से इंटरनेशनल फ्लाइट व टूरिस्ट वीजा सर्विस शुरू होने जा रही है। कोरोना काल में डेढ़ वर्ष से ठप आगरा के पर्यटन को स्मारकों के रोशन करने पर संजीवनी मिल सकती है।

-अखिलेश दुबे, टूर आपरेटर

आगरा में रात्रि पर्यटन आकर्षण का नितांत अभाव है। इसके चलते पर्यटक यहां सुबह आकर शाम को लौट जाते हैं, जबकि आगरा कम से कम तीन दिन का डेस्टिनेशन बन सकता है। केंद्र व प्रदेश सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। स्मारकों को रात में रोशन कर उन्हें पर्यटकों के लिए खोला जाए, इससे यहां पर्यटकों का रात्रि प्रवास बढ़ेगा और कारोबार को बूम मिलेगा।

-रमेश वाधवा, अध्यक्ष होटल एंड रेस्टोरेंट आनर्स एसोसिएशन

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