कोरोना के किस वैरिएंट ने बरपाया कहर, जांच को भेजे सैंपल
जीनोम सिक्वेंसिग के लिए सीएसआइआर दिल्ली भेजे गए कोरोना संक्रमित 40 मरीजों के सैंपल
आगरा, जागरण संवाददाता । कोरोना की दूसरी लहर में वायरस के किस वैरिएंट ने कहर बरपाया, इसकी जांच के लिए संक्रमित 40 मरीजों के सैंपल भेजे गए हैं। वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआइआर), दिल्ली में सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिग की जाएगी। इससे पता चल सकेगा कि वायरस का डेल्टा, कप्पा सहित कौन सा वैरिएंट घातक रहा है।
एसएन मेडिकल कालेज की माइक्रोबायोलाजी विभाग की अध्यक्ष डा. आरती अग्रवाल ने बताया कि अप्रैल और मई में भर्ती हुए कोरोना संक्रमित गंभीर और सामान्य लक्षण वाले 20- 20 मरीजों के सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिग की जाएगी। इसमें 30 से 80 साल की उम्र के मरीजों के नाक और गले के स्वैब से लिए गए सैंपल हैं। सीएसआइआर, दिल्ली में जीनोम सिक्वेंसिग होगी। इससे पता चल जाएगा कि वायरस का कौन सा वैरिएंट ज्यादा घातक रहा। 10 सैंपल की नहीं आई रिपोर्ट इससे पहले जीनोम सिक्वेंसिग के लिए 10 मरीजों के सैंपल केजीएमयू, लखनऊ भेजे गए थे। मगर, उनकी अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है। इसके बाद सीएसआइआर, दिल्ली सैंपल भेजे गए हैं। डेल्टा वैरिएंट है घातक
इस बार देश में डेल्टा और कप्पा वैरिएंट से संक्रमण फैला है, इसमें डेल्टा ज्यादा घातक है। इससे तमाम मरीजों की मौत हुई है, एक मरीज से 100 लोगों के संक्रमित होने का खतरा है। वहीं, दूसरा वैरिएंट कप्पा है, यह डेल्टा से कम घातक है। जनवरी में मिला था दक्षिण अफ्रीकी और डबल म्यूटेंट कोरोना वायरस
जनवरी में एसएन मेडिकल कालेज से 20 सैंपल जीनोम सिक्वेंसिग के लिए भेजे गए थे। इनमें तीन मरीजों में दक्षिण अफ्रीकी और एक मरीज में डबल म्यूटेंट कोरोना वायरस मिला था। सीरो सर्वे में लिए गए सैंपल
सीरो सर्वे में दूसरे दिन 10 टीमों ने 240 लोगों के सैंपल लिए। दो दिन में 480 लोगों के ब्लड सैंपल लिए जा चुके हैं। रविवार को 240 और लोगों के सैंपल लिए जाएंगे।