गर्मी में पानी को तरसेगी ताजनगरी, अभी से बिगड़ने लगे हालात
210 एमएलडी की जरूरत 90 एमएलडी की हो सकेगी आपूर्ति यमुना नदी के तेजी से कम होने जलस्तर ने बढ़ाई दिक्कत
आगरा, जागरण संवाददाता। करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी पुराने शहर के लाखों लोगों की इस गर्मी में प्यास नहीं बुझेगी। जिस तरीके से यमुना नदी का जलस्तर कम हो रहा है। गर्मी में पुराने शहर में पानी के लिए हाहाकार मचेगा। 210 के मुकाबले सिर्फ 90 एमएलडी पानी की आपूर्ति हो सकेगी।
जीवनी मंडी वाटरवर्क्स की क्षमता 225 एमएलडी की है। 90-90 एमएलडी के दो और 45 एमएलडी का एक प्लांट लगा हुआ है। 90 एमएलडी के एक प्लांट का जीर्णोद्धार चल रहा है। यह कार्य इस माह के अंत तक पूरा हो जाएगा। अप्रैल के पहले सप्ताह से 90 एमएलडी के दूसरे प्लांट का जीर्णोद्धार शुरू होगा। सबसे बड़ी दिक्कत यमुना नदी के जलस्तर में कमी होने से आ रही है। अभी से जलस्तर 480 फीट पर पहुंच गया है। गर्मी में जलस्तर से कमी से इन्कार नहीं किया जा सकता है। इसके चलते पंप पूरी क्षमता से काम नहीं करेंगे। ऐसे में 135 के मुकाबले 90 एमएलडी पानी की आपूर्ति हो सकेगी। इसके चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
ये हैं प्रमुख क्षेत्र
गुदड़ी मंसूर खां, घटिया आजम खां, काला महल, कचहरी घाट, जौहरी बाजार, किनारी बाजार, रोशन मोहल्ला, बेलनगंज, पीपलमंडी, गधापाड़ा, जीवनी मंडी, रामबाग, विजय नगर, कमलानगर, बल्केश्वर, मंटोला, ताजगंज, यमुना किनारा रोड, सदर बाजार, नौलक्खा।
अतिरिक्त पानी छोड़ने की मांग
जल संस्थान के महाप्रबंधक आरएस यादव ने बताया कि गोकुल बैराज से यमुना नदी में अतिरिक्त पानी छोड़ने की मांग की गई है। जिससे जलस्तर में सुधार आ सके। वर्तमान में दो हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।