कोलकाता से आएंगे पानी के पाइप, छह नवंबर से दयालबाग में लाइनों की शुरू होगी मरम्मत
जल निगम विश्व बैंक इकाई दो करोड़ रुपये से बिछाएगी पांच किमी लंबी पानी की लाइन। नौ माह में पूरा होगा लाइन बिछाने का कार्य। गंगाजल प्रोजेक्ट के तहत तीन साल पूर्व दयालबाग में पानी की लाइन बिछाई गई थी।
आगरा, जागरण संवाददाता। जल निगम, विश्व बैंक इकाई की टीम छह नवंबर से दयालबाग में पानी की पाइप लाइनों की मरम्मत शुरू करेगी। यह कार्य चार से पांच माह तक चलेगा जबकि पांच किमी लंबी लाइन बिछाने के लिए कोलकाता से पाइप आ रहे हैं। यह पाइप दो सप्ताह में आगरा आ जाएंगे। दयालबाग क्षेत्र के हर घर में गंगाजल पहुंचाने में नौ माह लगेंगे और इस पर दो करोड़ रुपये खर्च होंगे।
गंगाजल प्रोजेक्ट के तहत तीन साल पूर्व दयालबाग में पानी की लाइन बिछाई गई थी। लाइन बिछाने के बाद मुख्य लाइनों से उप लाइनों को कनेक्ट नहीं किया गया था। इसके चलते छह माह से क्षेत्रीय लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मंडलायुक्त अमित गुप्ता, डीएम प्रभु एन सिंह, नगरायुक्त निखिल टीकाराम, जल संस्थान के महाप्रबंधक आरएस यादव सहित अन्य अफसरों को ज्ञापन दिया जा चुका है। जल निगम, विश्व बैंक इकाई के परियोजना प्रबंधक महेश कुमार ने बताया कि सबसे पहले पाइप लाइनों की मरम्मत शुरू होगी। इससे हर दिन बर्बाद होने वाले गंगाजल को बचाया जा सकेगा, फिर मुख्य लाइनों को उप लाइनों से जोड़ा जाएगा। साथ ही जिन क्षेत्रों में पाइप लाइन डैमेज हो गई है। वहां पर नई लाइन बिछाई जाएगी।
यमुनापार में पानी का प्रेशर रहा कमजोर
शहर की जलापूर्ति में सुधार नहीं आ रहा है। यमुनापार क्षेत्र में पानी का प्रेशर कमजोर रहा। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शिकायतों के बाद जल संस्थान की टीम ने टैंकरों से पानी भेजा। पालड़ा झाल बुलंदशहर से आगरा को 350 एमएलडी गंगाजल मिला। जीवनी मंडी वाटर वर्क्स से 125 और सिकंदरा स्थित दोनों प्लांट से 210 एमएलडी पानी की आपूर्ति हुई। उधर, शहरभर में 19 स्थलों पर लीकेज हुए। इसमें प्रमुख रूप से किशोरपुरा, केदारनगर रोड, आगरा कैंट रोड, कैलाशपुरी रोड, लोहामंडी रोड, रामबाग रोड, सीता नगर रोड, टेढ़ी बगिया रोड शामिल हैं।