नहरों में नहीं पानी, किसान सिंचाई को परेशान
आलू की हो चुकी है बोआई इसमें पहला पानी लगाने आ गया समय
आगरा, जागरण संवाददाता : आलू की बोआई हो चुकी है। पलेवट के लिए किसानों को पानी नहीं मिल सका तो उन्होंने इंजन और दूसरे माध्यमों से काम चलाया है। अब आलू में पहला पानी लगना है, लेकिन नहरें सूखी पड़ी हैं। पानी की उपलब्धता नहीं होने के कारण आलू की फसल प्रभावित हो सकती है। किसान आदोलन की तैयारी कर रहे हैं।
जिले में 72 हजार हेक्टेयर में आलू का उत्पादन होता है। 15 अक्टूबर से 15 नवंबर के मध्य में किसानों ने बोआई की है। कुछ किसानों ने तो नहरें सूखी होने के कारण बिना पलेवट के ही बोआई कर दी थी। ऐसे में जल्दी पानी लगाना होगा। बुवाई के 15 से 30 दिन के अंदर आलू की फसल में पानी लगाना अनिवार्य होता है। किसान नेता मोहन सिंह चाहर ने बताया कि किरावली क्षेत्र में नहरें सूखी पड़ी हैं। पानी नहीं होने के कारण किसानों की फसल बर्बाद होने की आशका है। किसान सौरभ चौधरी का कहना था कि किसानों के धान की खरीद नहीं हुई, तो उन्हें उद्यान विभाग ने बीज भी सड़ा हुआ थमा दिया। लाकडाउन से नुकसान झेल रहा किसान अब बर्बादी की कगार पर पहुंच गया है। आलू की फसल से उसे उम्मीद है, लेकिन पानी नहीं मिल पाने के कारण उसकी सिंचाई में भी मुश्किल हो रही है। अगर जल्द पानी नहीं मिला तो आदोलन करना पड़ेगा।
सिंचाई के लिए हर बार परेशान होते हैं किसान :
किसान नेताओं का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब किसानों को सिंचाई के लिए परेशान होना पड़ रहा हो। किसान की हर फसल बिना पानी के सूख जाती है। जिम्मेदार कोई सुनवाई नहीं करते।