बूथ तक जल्दी पहुंचे मतदाता, सबकी एक ही नीति
समर्थकों को सौंपी कमान देररात तक जुटाते रहे समर्थन
आगरा,जागरण संवाददाता। राजनीतिक दलों ने समर्थित प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है, तो विभिन्न संगठनों के दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है। हर प्रत्याशी समर्थन जुटाने में जुटा है तो भाजपा, सपा, बसपा के प्रत्याशियों में पार्टी के दिग्गजों के परिवार की महिलाएं, दूसरे सदस्य मैदान में है। ऐसे में उनके लिए दिग्गजों ने समर्थन जुटाया, तो देररात तक पूरी ताकत झोंकी। अधिकतर ने अपने पक्ष के वोटरों को तड़के ही मतदान केंद्र पर पहुंचाने की रणनीति बनाई है।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद महिला आरक्षित है, जिसक कारण विभिन्न दलों के दिग्गजों के मंसूबों पर पानी फिर गया। कुछ ने तो चुनाव से किनारा कर लिया, लेकिन कुछ ने परिवार की महिलाओं को मैदान में उतारा है। उनके सहारे अध्यक्ष पद पर कब्जे की तैयारी है। भाजपा में एक पूर्व सांसद और पूर्व विधायक की पुत्रवधू मैदान में हैं। वहीं, एक पूर्व जिलाध्यक्ष की पत्नी मैदान में है, तो आधा दर्जन संगठन पदाधिकारियों के स्वजन भाग्य आजमा रहे हैं। सपा के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष फिर मैदान में हैं, तो एक वरिष्ठ ने परिवार की महिला को मैदान में उतारा है। बसपा में भी कुछ वरिष्ठों के स्वजन भाग्य आजमा रहे हैं। दिग्गजों और संगठन के स्तर से ये निर्णय लिया गया है कि मतदान की शुरुआत में अपने पक्ष के मतदाताओं को बूथ तक पहुंचा दो। वे धूप में नहीं निकलने, शाम तक का इंतजार नहीं करना होगा। इसके लिए भाजपा में बूथ स्तर, वार्ड प्रभारी तो बसपा के बूथ, सेक्टर की टीम को जुटने के निर्देश है। वहीं, सपा की टीम को भी वरिष्ठों ने निर्देशित किया है। सभी संगठन स्तर से ज्यादा सक्रियता नहीं होने के कारण प्रत्याशी, दिग्गज अपने स्तर से रणनीति बना उस पर अमल करा रहे हैं।