कांची और कांच की चूडिय़ां कर रहीं जागरूक, ये अपनाया जा रहा तरीका

सुहागनगरी में अनूठी है मतदाता जागरूकता की मुहिम हर वर्ग को जोडऩे की हो रही कोशिश। गांवों में प्राकृतिक रंगों से उकेरी जा रही कांची प्रशासन ने बंटवाई चुनाव की तारीख लिखी चूडिय़ां।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sat, 20 Apr 2019 10:36 AM (IST) Updated:Sat, 20 Apr 2019 10:36 AM (IST)
कांची और कांच की चूडिय़ां कर रहीं जागरूक, ये अपनाया जा रहा तरीका
कांची और कांच की चूडिय़ां कर रहीं जागरूक, ये अपनाया जा रहा तरीका

आगरा, जेएनएन। पूरे देश में कांच उत्पाद और खनकती चूडिय़ों के लिए प्रसिद्ध फीरोजाबाद में अब मतदाता जागरूकता की बात भी चूड़ी के बिना अधूरी है। देश की 20 नंबर लोकसभा सीट पर अब कांची और कांच की चूडिय़ां मतदाताओं को जागरूक कर रही हैं। एक तरफ जहां गांवों में प्राकृतिक रंगों से कांची की आकृति उकेरी जा रही है, वहीं महिलाओं को मतदान की तारीख लिखी चूडिय़ां देकर मतदान के प्रति प्रेरित किया जा रहा है।

एक समय था जब दूल्हे का नाम लिखी खरे कांच की चूडिय़ों दुल्हन विशेष रूप से पहनती थी। करवा चौथ और शादी की सालगिरह पर भी इन चूडिय़ों का काफी चलन था। धीरे धीरे इनका क्रेज कम होता गया, लेकिन लोकसभा चुनाव में इन चूडिय़ों की खनक फिर से सुनाई देने लगी है। सीडीओ नेहा जैन की पहल पर उद्योग विभाग ने हस्तशिल्पियों ने इन्हें खास तौर पर तैयार किया है। शुक्रवार को सुबह उद्यान विभाग की नर्सरी में आयोजित कृषि विभाग के जागरूकता कार्यक्रम में डीएम सेल्वा कुमारी जे ने गांवों से आई महिलाओं को ये चूडिय़ां भेंट की। इन चूडिय़ों पर मतदान की तिथि 23 अप्रैल 2019 लिखी हुई है।

इधर गांव गांव कांची अभियान भी मतदाताओं को खूब लुभा रहा है। फीरोजाबाद ब्लॉक के गांवों में कच्ची दीवारों पर गोबर से लेप करने के बाद गेरू और खडिय़ा से कांच नगरी को प्रतिनिधित्व करने वाले काल्पनिक किरदार की आकृति बनाने में महिलाएं, युवतियों और बच्चे भी पीछे नहीं है। वे मतदान के संदेश भी लिखते हैं। इसके बाद सेल्फी खींचते हैं। डीएम, सीडीओ के निर्देश पर चल रहे इस अभियान से भी ग्रामीण उत्साह से जुड़ रहे हैं। बीडीओ प्रभात मिश्रा, महिला कल्याण अधिकारी अनम अकाशा, प्रोबेशन विभाग की जिला समन्वयक संध्या गोस्वामी, मोहिनी शर्मा और फीरोजाबाद की ब्रांड एंबेस्डर नंदिनी यादव इसे गांव गांव पहुंचाने में लगी हैं।  

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