CoronaVirus in Agra: आगरा के जनप्रतिनिधि बोले, कोविड उपचार के रेट हो निर्धारित, संसाधनों को कराएं दुरुस्त
CoronaVirus in Agra आगरा के जनप्रतिनिधियों के साथ डीएम एसएसपी ने की वर्चुअल बैठक। सभी जनप्रतिनिधियों ने निजी हास्पीटल में कोविड मरीज के प्रतिदिन खर्च की रेट लिस्ट लगाने सीएचसी पीएचसी में संसाधन बढ़ाने आदि पर चर्चा की।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोविड संक्रमण पर लगाम लगाने और आम लोगों के लिए चिकित्सीय संसाधनों को सुगमता से उपलब्ध कराने के लिए मंगलवार को जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह एवं एसएसपी मुनिराज ने जनप्रतिनिधियों के साथ वर्चुअल चर्चा की। सभी जनप्रतिनिधियों ने निजी हास्पीटल में कोविड मरीज के प्रतिदिन खर्च की रेट लिस्ट लगाने, सीएचसी, पीएचसी में संसाधन बढ़ाने आदि पर चर्चा की। साथ ही कहा कि पुलिस का व्यवहार कोविड नियम पालन कराने को सख्त हो, लेकिन संयमित रहे।
सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कहा कि मरीजों के लिए बेड, आक्सीजन, वेंटीलेटर, आइसीयू की क्षमता बढ़ाई जाए। ग्रामीण क्षेत्र में संसाधन दुरुस्त कराए जाए, होटलों में आइसोलेशन के लिए व्यवस्था कराई जाए। भाजपा किसान मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सांसद राजकुुमार चाहर ने कहा कि निजी हास्पीटल में काेविड उपचार के रेट निर्धारित हो, जिससे आम जनता से लूट नहीं हो सके। इसके लिए हास्पीटल में रेट लिस्ट लगाई जाए। ग्रामीण क्षेत्र में पीएचसी और सीएचसी पर संसाधन बढ़ा दिए जाए तो वहां के मरीज को शहरी क्षेत्र में नहीं दौड़ना होगा। विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने कहा कि मरीजों के लिए प्लाजमा की उपलब्धता नहीं हो पा रही है, जिसे सुनिश्चित कराने के लिए सहयोग कराया जाए। उन्होंने कहा कि श्मशान घाट पर लकड़ी की उपलब्धता को लेकर संकट है, जिस पर डीएम ने जानकारी दी कि वन विभाग ने भी अपना विक्रय केंद्र सक्रिय कर दिया है। सैनिटाइजेशन पूरे शहर में कराया जाए।
विधायक योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि होम आइसोलेशन वाले मरीजों का विशेष ध्यान और उनको दवा उपलब्ध कराई जाए। अगर ऐसा नहीं होगा तो ये मरीज भी हास्पीटल की ओर रुख करेंगे, जिससे मुश्किल खड़ी होगी। हास्पीटल में मरीज संख्या अधिक हो रही है, जिस कारण कम संक्रमण वाले मरीजों के लिए फस्र्ट एड सेंटर खोले जाएं। सैनिटाइजेशन पर विशेष ध्यान दिया जाए, जिससे संक्रमण का विस्तार नही हो। विधायक रामप्रताप सिंह चौहान ने कहा कि निजी हास्पीटल में कोविड मरीज के लिए प्रतिदिन के रेट निर्धारित हो। आक्सीजन और जीवन रक्षक औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए।