Banke Bihari Temple: ...तो मंदिर के बाहर नहीं कोरोना का खतरा, पढ़ें बांके बिहारी मंदिर के बाहर का हाल
Banke Bihari Temple बांकेबिहारी मंदिर में बने नियम तो बाहर उड़ रहीं जमकर धज्जी। ठा. बांकेबिहारी मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं के प्रवेश के लिए कोविड नियमों का पालन करवाने में कढ़ाई शुरू कर दी है। जिसका असर मंदिर के बाहर देखने को मिल रहा है।
आगरा, जेएनएन। ठा. बांकेबिहारी मंदिर में प्रबंधन ने कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए कड़े नियम लागू भले ही कर दिए। लेकिन मंदिर के बाहर भीड़ का दवाब ऐसा कि गाइड लाइन की जमकर धज्जी उड़ रही हैं। मंदिर के चबूतरे पर प्रबंधन ने बैरीकेडिंग करके तय संख्या में श्रद्धालुओं की एंट्री शुरू कर दी है। जिसके कारण बाहर गली और बाजार में भीड़ का ऐसा दवाब कि कोई पैदल राहगीर भी इस भीड़ के बीच से निकल नहीं पाए। ऐसे में कोरोना संक्रमण का प्रभाव किस कदर हावी होगा, ये उम्मीद लगाई जा सकती है। प्रशासन को भी अब मामले को गंभीरता से लेते हुए उचित उपाय करने होंगे।
दरअसल, ठा. बांकेबिहारी मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं के प्रवेश के लिए कोविड नियमों का पालन करवाने में कढ़ाई शुरू कर दी है। मंदिर के चबूतरे पर बैरीकेडिंग करके एक एक श्रद्धालुओं को अंदर प्रवेश मिल रहा है। जिसके कारण बाजार और मंदिर की गली में श्रद्धालुओं का दवाब लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में मंदिर के अंदर भले ही गाइड लाइन का पालन करवाया जा रहा है, लेकिन मंदिर के बाहर गली और बाजार में जिस तरह से कोविड नियमों की धज्जी उड़ाई जा रही हैं, वह बड़े खतरे को आमंत्रण देने से कम नहीं। हालात ये कि घंटों एक ही स्थान पर खड़े श्रद्धालु अपने नंबर के लिए रेंगते नजर आ रहे हैं। जबकि अनलाक के दौरान जब मंदिर खोला गया था, तब बाजार में श्रद्धालुओं को कतारबद्ध करके रखा गया था। इस बार हालात दूसरे हैं। गली में ही श्रद्धालुओं की भीड़ का दवाब ऐसा कि एक भी श्रद्धालु आगे या पीछे निकल नहीं पा रहा। गर्मी के मौसम में पसीने से तरबतर श्रद्धालुओं की हालत भी खराब हो रही है। आराध्य बांकेबिहारी के दर्शन की ललक में श्रद्धालु सबकुछ सहन तो कर रहे हैं। लेकिन इससे कोरोना संक्रमण के फैलाव को और भी बल मिल रहा है।
मंदिर में नियमों का हो रहा पालन
मंदिर में प्रवेश से लेकर श्रद्धालुओं को दर्शन करवाने तक कोविड की गाइड लाइन का पालन करवाया जा रहा है। मंदिर के बाहर की व्यवस्था प्रबंधन के हाथ नहीं है। इसकी व्यवस्था प्रशासन को ही करनी होगी।
-उमेश सारस्वत, प्रबंधक।