आगरा में गांव की सरकार कमान संभालने को तैयार, पंचायत भवन अब तक नहीं बने
आगरा जिले में 223 पंचायत भवन निर्माण के लक्ष्य के सापेक्ष छह महीने में लगभग 22 पंचायत भवन ही तैयार हो सके हैं। कई ब्लाकों में तो एक भवन भी बनकर तैयार नहीं हो सका है। शासन के निर्देश पर हर ग्राम पंचायत में पंचायत भवन तैयार जाना चाहिए।
आगरा, जागरण संवाददाता। अगले सप्ताह की शुरुआत में गांव की सरकार का परिणाम आ जाएगा। मतदाताओं ने किसको अपना प्रधान चुना है और किस-किस को ग्राम पंचायत सदस्य, इसका फैसला हो जाएगा। लेकिन अब तक अधिकांश ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन बनकर तैयार नहीं हो सके हैं। ऐसे में इन ग्राम पंचायतों की सरकार अगले कुछ महीने प्रधान के ही घर से संचालित होगी।
जिले में 223 पंचायत भवन निर्माण के लक्ष्य के सापेक्ष छह महीने में लगभग 22 पंचायत भवन ही तैयार हो सके हैं। कई ब्लाकों में तो एक भवन भी बनकर तैयार नहीं हो सका है। शासन के निर्देश पर हर ग्राम पंचायत में पंचायत भवन तैयार जाना है। बीते जुलाई-अगस्त में सर्वे के बाद जिले में 223 ऐसी ग्राम पंचायतें चिह्नित की गईं, जिनमें पंचायत भवनों की जरूरत है। इस सर्वे के आधार पर बीते सितंबर में पंचायत भवन बनाने का काम शुरू हुआ लेकिन यह अभियान अब तक गति नहीं पकड़ पाया है। सबसे अधिक पंचायत भवन अछनेरा ब्लाक में बनने हैं। लक्ष्य के अनुरूप भवन निर्माण में सबसे आगे बाह ब्लाक है। यहां 27 पंचायत भवन निर्माण के लक्ष्य के सापेक्ष छह भवन तैयार हो चुके हैं। शमशाबाद, सैंया, पिनाहट, खंदौली, जगनेर, एत्मादपुर ब्लाक में एक भी पंचायत भवन का निर्माण नहीं हो सका है। पंचायत भवन न होने से अब तक ग्राम प्रधान के घर से ही गांव की सरकार चल रही थी। गांव के विकास के संबंध में उनके घर पर ही बैठकें हो रही थीं।