Scholarship Scam: आगरा में फिर बाहर आया छात्रवृत्ति घोटाले का जिन्न, हो रही दोबारा से जांच

Scholarship Scam वर्ष 2010-11 में हुआ था 55 विद्यालयों में घोटाला। विजीलेंस कर रही है मामले की जांच। पांच में से तीन कर्मचारियों रामपूजन दुबे दिनेश मोहन त्यागी और अशोक कुमार ने उक्त पांच बिंदुओं पर अपने लिखित जवाब प्रस्तुत कर दिए हैं।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 01:16 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 01:16 PM (IST)
Scholarship Scam: आगरा में फिर बाहर आया छात्रवृत्ति घोटाले का जिन्न, हो रही दोबारा से जांच
वर्ष 2010-11 में हुआ था 55 विद्यालयों में घोटाला।

आगरा, जागरण संवाददाता। वर्ष 2010-11 में 55 विद्यालयों में छात्रवृत्ति गबन करने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। विजीलेंस की जांच के बाद मामले में खंड शिक्षाधिकारी नगर समर अब्बास जैदी ने नगर क्षेत्र कार्यालय के तत्कालीन पांच वरिष्ठ लिपिक को पत्र लिखकर साक्ष्य उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने सेवानिवृत वरिष्ठ लिपिक रामपूजन दुबे, वरिष्ठ लिपिक दिनेश मोहन त्यागी, अशोक कुमार, रविंद्र कुमार, गिरीश शंकर शर्मा को पत्र जारी किया है। इसमें तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षाधिकारी सतेंद्र कुमार व अन्य पर लगे आरोपों के विषय में पांचों कर्मचारियों को पांच बिंदुओं पर अभिलेख व साक्ष्य प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

तीन ने दिए बयान

पांच में से तीन कर्मचारियों रामपूजन दुबे, दिनेश मोहन त्यागी और अशोक कुमार ने उक्त पांच बिंदुओं पर अपने लिखित जवाब प्रस्तुत कर दिए हैं कि तत्कालीन समय की डिस्पैच पंजिका के संबंध में उस समय जो उक्त काम कर रहा कर्मचारी ही उसकी जानकारी दी सकता है। इससे खंड शिक्षाधिकारी संतुष्ट नहीं है और उनकी कार्यालय में तैनाती के कारण उनसे पूछा है कि डिस्पैच रजिस्टर का चार्ज किसके पास था। 

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