उखड़ीं सड़कें, टूटी नालियां और जगह-जगह जलभराव
नगर निगम सीमा में शामिल होने के बाद और बढ़ीं सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र की समस्याएं नहीं हो रहा है कूड़े का उठान नालिया पड़ी हैं चोक
आगरा, जागरण संवाददाता। कहने को सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र में 30 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलता है। तीन साइट में 391 प्लाट हैं। हाल यह है कि रोड और नालिया क्षतिग्रस्त हैं। हर दिन डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन नहीं हो रहा है। नालिया चोक पड़ी हैं, जिससे कई स्थानों पर जलभराव बना हुआ है। यहां पैदल चलना तक मुश्किल है। नगर निगम और उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण कार्यालय में सप्ताह में आठ से 10 शिकायतें पहुंचती हैं।
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यह हैं प्रमुख समस्याएं
- जर्जर रोड
- डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन न होना
- हर दिन झाड़ू न लगना और कूड़े का उठान न होना
- जल निकासी का समुचित इंतजाम न होना
- नालियों की ठीक से सफाई न होना
- क्षतिग्रस्त नालिया
- खराब स्ट्रीट लाइट
- सीवर लाइन की समस्या
- बदहाल पार्क
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- सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। नगर निगम को सुविधाएं ठीक करने पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
रजत आस्थाना, उद्यमी
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- यूपीसीडी ने सिर्फ प्लाट का आवंटन कर दिया। रोड और नालिया टूटी पड़ी हैं। ठीक से न तो झाड़ू लग रही है और न ही कूड़े का उठान किया जा रहा है।
योगेंद्र कुमार, उद्यमी
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- जल निकासी का समुचित इंतजाम न होने से रोड पर पानी भरा हुआ है। पार्क बदहाल पड़े हुए हैं।
बंटी बाबू, उद्यमी
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- सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र में जो भी समस्याएं हैं, उन पर फोकस किया जा रहा है। जल्द ही इसे लेकर बैठक की जाएगी।
नवीन जैन, मेयर
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123.68 करोड़ से होगा नए क्षेत्रों का विकास
करीब 38 साल के बाद नगर निगम का हिस्सा बने सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र सहित नौ गावों में नगर निगम विकास कार्य कराएगा। विकास कार्यो में 123.68 करोड़ रुपये खर्च होंगे। निगम प्रशासन ने मामूली बदलाव के बाद प्रस्ताव शासन को भेज दिया है। नगर निगम की टीम ने आठ माह पूर्व सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र, अवधपुरी, बाईंपुर सहित अन्य गावों का सर्वे किया था। टीम ने हर रोड और गली का डाटा जुटाया। जिला पंचायत और ग्राम पंचायतों द्वारा ठीक तरीके से विकास कार्य नहीं कराए गए। जिस आधार पर निगम प्रशासन ने विकास कार्यो की सूची तैयार की। नगरायुक्त निखिल टीकाराम ने बताया कि रोड और नालियों के निर्माण, स्ट्रीट लाइट के पोल लगवाने सहित अन्य पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सिकंदरा औद्योगिक क्षेत्र: एक नजर में
- साइट ए में 55, बी में 36 और सी में 300 प्लाट हैं।
- उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने सभी प्लाट का आवंटन कर दिया है।
- 500 स्ट्रीट लाइट हैं, जिसमें 30 फीसद खराब पड़ी हैं।
- 100 हैंडपंप हैं, जिसमें 25 फीसद खराब हैं।
- रोड की कुल लंबाई 50 किमी और सीवर लाइन की 20 किमी है।
-पार्क की कुल संख्या दर्जनभर है।
-अगर सही तरीके से कूड़े का उठान हो तो हर दिन 10 टन कूड़ा निकलेगा।
- औद्योगिक क्षेत्र के आसपास कालोनिया विकसित हो रही हैं।