Plan to Control Pollution: प्रदूषण बढ़ा तो ताजनगरी से बाहर रोकेंगे वाहन, रुकेगा निर्माण

Plan to Control Pollution उत्‍तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण ने तैयार किया एक्‍शन प्‍लान। प्रदूषण की अलग-अलग स्‍टेज के हिसाब से सोचे हैं उपाय।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sat, 15 Aug 2020 08:39 AM (IST) Updated:Sat, 15 Aug 2020 06:24 PM (IST)
Plan to Control Pollution: प्रदूषण बढ़ा तो ताजनगरी से बाहर रोकेंगे वाहन, रुकेगा निर्माण
Plan to Control Pollution: प्रदूषण बढ़ा तो ताजनगरी से बाहर रोकेंगे वाहन, रुकेगा निर्माण

आगरा, निर्लोष कुमार। अनलॉक-1 में भी शहर की वायु गुणवत्ता सुधरी हुई है। आगरा में सर्दियों (नवंबर से फरवरी) में वायु गुणवत्ता खराब रहती है। यहां पीएम 2.5 की मात्रा खतरनाक स्तर पर पहुंचने पर शहर की सीमा में ट्रकों के प्रवेश पर रोक और निर्माण कार्यों पर रोक भी लगाई जा सकती है।

प्रदेश के बड़े शहरों में वर्ष दर वर्ष वायु गुणवत्ता खराब हो रही है। इसकी वजह वाहनजनित प्रदूषण, धूल कण, कूड़ा जलना, कृषि अपशिष्ट को जलाना, रोड डस्ट और उद्योगों से होने वाला प्रदूषण है। इसकी रोकथाम को यूपीपीसीबी ने वायु प्रदूषण बढऩे से रोकने को कांप्रिहेंसिव एक्शन प्लान बना रखा है, जिसमें संबंधित विभागों के दायित्व भी निर्धारित हैं। हालांकि, आगरा के ताज ट्रेपेजियम जोन में होने के चलते यहां प्रदूषकणकारी गतिविधियों पर पहले से ही रोक लगी हुई है। यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी भुवन यादव ने बताया कि कांप्रिहेंसिव एक्शन प्लान आगरा में लागू है। यहां वायु प्रदूषण एनसीआर की अपेक्षा कम रहता है।

यह है प्लान

पीएम2.5 300 से अधिक होने पर

- आवश्यक सेवाओं की आपूॢत को छोड़कर नगर निगम की सीमा में ट्रकों के प्रवेश पर रोक

- सभी निर्माण गतिविधियों पर रोक लेकिन मजदूरों को मजदूरी देनी होगी।

- भवन निर्माण सामग्री का ट्रांसपोर्टेशन रोका जाएगा।

- सड़क समेत सभी तरह का खनन और खोदाई रोकी जाएगी।

- बिटुमिन को गर्म करने वाली टेंपरेरी और पोर्टेबल मशीन रोकी जाएंगी।

- पानी का नियमित छिड़काव करना होगा।

- कहीं भी बिना ढकी भवन निर्माण सामग्री दिखेगी तो उसे सीज कर दिया जाएगा।

- इसके अतिरिक्त कदम उठाने का अधिकार टास्क फोर्स को होगा।

पीएम2.5 250 से अधिक होने पर

- नगर निगम की सीमा में ईंट-भट्टे, हॉट मिक्स प्लांट, स्टोन क्रशर बंद कराए जाएंगे।

- पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देना।

- सड़कों की मशीन से सफाई व पानी के छिड़काव को बढ़ाया जाएगा।

पीएम 2.5 121 से 250 रहने पर

- डीजल चालित जनरेटर सेट्स के प्रयोग पर रोक लगेगी।

- पार्किंग फीस को तीन-चार गुना बढ़ाया जाएगा।

- बसों की संख्या व मेट्रो की सुविधा को बढ़ाया जाएगा।

- कोयला व लकड़ी के होटल व खुली जगह जलाने पर रोक। 

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