वैक्सीन बचाएगी जान, मास्क से बचेगा संक्रमण
दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में एसएन मेडिकल कालेज के कोविड हास्पिटल के अधीक्षक डा. प्रशांत गुप्ता दिए सवालों के जवाब
आगरा, जागरण संवाददाता।
कोरोना की दूसरी लहर बेकाबू हो रही है। ऐसे में जिन लोगों को मौका मिल रहा है वे वैक्सीन जरूर लगवा लें। वैक्सीन से जान बच जाएगी। वहीं, घर से बाहर निकलने पर मास्क का इस्तेमाल करें। इससे संक्रमित होने का खतरा कम हो जाएगा। भीड़वाले क्षेत्रों में जाने से बचें। बुधवार को दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में एसएन मेडिकल कालेज के कोविड हास्पिटल के अधीक्षक डा. प्रशांत गुप्ता ने फोन पर पाठकों के सवालों के जवाब दिए। सवाल : पिछले साल जनवरी में दौरा पड़ा था, इलाज चल रहा है। वैक्सीन लगवा सकते हैं?
विनोद कुमार, अशोक नगर
जवाब : वैक्सीन लगवा सकते हैं। वैक्सीन लगवाने से पहले जिस डाक्टर से इलाज करा रहे हैं, उनकी सलाह भी ले लें। सवाल : कोवैक्सीन और कोविशील्ड में से कौन सी अच्छी है?
दिनेश शर्मा, ईदगाह
जवाब : दोनों ही वैक्सीन अच्छी हैं। किसी भी वैक्सीन को लगवा सकते हैं। सवाल : मुझे सीओपीडी है, मेरी पत्नी की उम्र 80 साल है और मधुमेह रोगी हैं। क्या हम दोनों वैक्सीन लगवा सकते हैं?
डा. वीके श्रीवास्तव
जवाब : आप दोनों वैक्सीन लगवा सकते हैं। मगर, जिन डाक्टर से इलाज करा रहे हैं, उनसे भी सलाह ले लें। 20 तरह की बीमारियों से पीड़ित मरीजों को प्राथमिकता पर वैक्सीन लगाई गई है। सवाल : कोरोना का नया स्ट्रेन घातक है या पहले से कमजोर है?
प्रेम शंकर, अवधेश कुमार, रोहित सिंह
जवाब : अभी यह शोध का विषय है। जीनोम सिक्वेंसिग में नया स्ट्रेन मिला है। लक्षण भी पहले जैसे हैं, लेकिन कितना घातक है, इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है। सवाल : वैक्सीन लगवाने से क्या फायदा है और कोरोना से कैसे बच सकते हैं?
अनिल सिंह, राधेश्याम, ज्योति वर्मा
जवाब : वैक्सीन की दो डोज लगने से शरीर में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबाडीज बन जाएंगी। ऐसे में संक्रमित होते हैं तो जान को खतरा नहीं रहेगा। मास्क, शारीरिक दूरी के साथ साबुन से हाथ धोते रहें। इससे कोरोना के संक्रमण से बच सकते हैं। जागरण के सवाल
सवाल : कोरोना के केस तेजी से क्यों बढ़ने लगे हैं?
जवाब : यह देश भर में कोरोना की दूसरी लहर है, कोरोना वायरस के स्ट्रेन में बदलाव हुआ है। इसके साथ ही लोग लापरवाही बरत रहे हैं। मास्क नहीं पहन रहे हैं, इससे भी केस तेजी से बढ़ने लगे हैं। सवाल : कोरोना की दूसरी लहर से कैसे बच सकते हैं?
जवाब : भीड़वाले क्षेत्रों में जाने से बचें। ट्रिपल लेयर मास्क इस्तेमाल कर रहे हैं तो छह घंटे बाद बदल दें। हाथ को साबुन से हाथ धोते रहें, शारीरिक दूरी का पालन करें। सवाल : वैक्सीन लगने के बाद न्यूनतम कितनी एंटीबाडीज बननी चाहिए, जिससे बीमारी की घातकता से बच सकें?
जवाब : आइसीएमआर की गाइड लाइन के अनुसार रोस स्टैंडर्ड से एंटीबाडीज की जांच करने पर न्यूनतम 132 प्रति मिलीलीटर एंटीबाडीज बनी हैं तो कोरोना से संक्रमित होने पर भी मामूली लक्षण आएंगे। जान को खतरा नहीं रहेगा। सवाल : वैक्सीन किन लोगों के लिए सुरक्षित नहीं है?
जवाब : 18 साल से कम उम्र के लोगों और गर्भवती महिलाओं में वैक्सीन का ट्रायल नहीं हुआ है। एसएन मेडिकल कालेज में 98 साल के बुजुर्ग वैक्सीन लगवा चुके हैं। कैंसर, हृदय और मधुमेह रोगी वैक्सीन लगवा रहे हैं, कोई समस्या नहीं आ रही है। सवाल : कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में इलाज के इंतजाम क्या हैं?
जवाब : एसएन मेडिकल कालेज में 120 बेड का कोविड हास्पिटल है। 100 बेड का वार्ड भी तैयार है। छह यूनिट से अधिक आइसीयू हैं। पैरामेडिकल स्टाफ की कमी है, इसके लिए शासन को पत्र लिखा गया है। स्टाफ भी जल्द मिल जाएगा।