आगरा में महिला की मौत पर अस्पताल में हंगामा, तोड़फोड़, स्‍टाफ भागा

ट्रांस यमुना कालोनी की घटना तीमादारों का अस्पताल पर लापरवाही का आरोप। हालत बिगड़ने पर दूसरे अस्पताल किया था रेफर मौत से भड़के तीमारदार। उन्होंने अस्पताल में हंगामा और तोड़फोड़ शुरू कर दी। केबिन में लगा शीशा और कुर्सियां तोड़ दीं। अस्पताल का स्टाफ भाग गया।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 09:28 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 09:28 AM (IST)
आगरा में महिला की मौत पर अस्पताल में हंगामा, तोड़फोड़, स्‍टाफ भागा
यमुना पार के राधे हॉस्पिटल में तीमारदारों द्वाारा की गई तोड़फोड़।

आगरा, जागरण संवाददाता। ट्रांस यमुना कालोनी के एक अस्पताल में पथरी के आपरेशन के बाद महिला की मौत से भड़के स्वजन ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने अस्पताल में तोड़फोड़ कर दी। अस्पताल का स्टाफ वहां से भाग गया। हंगामे और तोड़फोड़ की जानकारी होने पर फोर्स पहुंच गया। पुलिस ने किसी तरह आक्रोशित लोगों को शांत कराया।

फीरोजाबाद के नगला सिंगी निवासी नीरू उर्फ भूरी देवी पत्नी नीरज के पित्त में पथरी थी। स्वजन के अनुसार नीरू को 18 सितंबर को ट्रांस यमुना स्थित राधे हास्पीटल में भर्ती कराया था। उसका 19 सितंबर को पथरी का आपरेशन किया गया। आपरेशन होने के दो दिन बाद उसकी हालत बिगड़़ने पर दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया। यहां बुधवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जिससे आक्रोश स्वजन नीरू के शव को लेकर राधे हास्पीटल लेकर पहुंच गए।

उन्होंने अस्पताल में हंगामा और तोड़फोड़ शुरू कर दी। केबिन में लगा शीशा और कुर्सियां तोड़ दीं। अस्पताल का स्टाफ भाग गया। वहां भर्ती मरीज और उनके तीमारदार दहशत में आ गए। थाने का फोर्स मौके पर पहुंच गया। स्वजन का पुलिस से कहना था कि मृतका नीरू के चार साल व एक साल के दो बेटे हैं। उसकी शादी छह साल पहले हुई थी। अस्पताल की लापरवाही के चलते दोनों मासूम अनाथ हो गए। पुलिस ने आक्रोशित स्वजन को किसी तरह समझाकर शांत कराया। पुलिस के अनुसार मामले में किसी पक्ष द्वारा फिलहाल तहरीर नहीं दी गई है।

एजेंट ने कराया था भर्ती

स्वजन का आरोप था कि नीरू को यहां पर कमीशन एजेंट ने भर्ती कराया था। उसकी तबीयत खराब हाेने पर पहले उसे गांव के ही एक क्लीनिक पर लेकर गए थे। उसने इस अस्पताल में भर्ती कराने की कहा। जिसके बाद उन्होंने नीरू को यहां भर्ती कराया था।

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