UP Congress सचिव ने जताई नाराजगी, कहा संगठन में अनुशासनहीनता नहीं होगी बर्दाश्त
कांग्रेस के प्रदेश सचिव योगेश तालान ने की संगठन की समीक्षा बैठक। कार्यकर्ताओं को जनसमस्याओं को प्रमुखता से उठाने के दिए निर्देश। कहा कृषि विधेयक किसानों के हित में न होकर भाजपा के उद्योगपति मित्रों के हित में हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। कांग्रेस में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसी भी कार्यकर्ता को यदि कोई शिकायत है, तो वो पार्टी फोरम में अपनी शिकायत रख सकता है। कांग्रेस के जुझारू, संघर्षशील कार्यकर्ताओं को संगठन में समायोजित कर उन्हें सम्मानित किया जाएगा। प्रत्येक कार्यकर्ता का यह नैतिक दायित्व है कि वो संघर्ष के इस दौर में पार्टी को मजबूत बनाने को जनसमस्याओं को उठाए।
रविवार को आगरा आए कांग्रेस के प्रदेश सचिव व आगरा प्रभारी योगेश तालान ने छीपीटोला स्थित आंबेडकर सामुदायिक भवन में पार्टी की समीक्षा बैठक में कार्यकर्ताओं को यह निर्देश दिए। शहर अध्यक्ष देवेंद्र कुमार चिल्लू ने कहा कि आगरा का प्रत्येक कार्यकर्ता संगठन को मजबूत करने के लिए निस्वार्थ भावना से भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सड़क पर उतरकर संघर्ष कर रहा है। प्रदेश प्रभारी बनने के बाद पहली बार आगरा आगमन पर योगेश तालान का कार्यकर्ताअों ने स्वागत किया। उनके नजदीक पहुंचने को कांग्रेसियों में धक्का-मुक्की भी हुई। संचालन नंदलाल भारती ने किया। डॉ. मधुरिमा शर्मा, विनोद बंसल, अशोक शर्मा, लक्ष्मीनारायण सिंह, इब्राहिम जैदी, अरविंद दौनेरिया, विराग जैन, विनोद जरारी, भीष्मपाल सिंह मुखिया, शिल्पा दीक्षित, आइडी श्रीवास्तव, अदनान कुरैशी, अपूर्व शर्मा आदि मौजूद रहे।
किसान विरोधी हैं कृषि विधेयक
हरीपर्वत स्थित सोलिटेयर होटल में प्रेसवार्ता में योगेश तालान ने कहा कि कृषि विधेयक किसानों के हित में न होकर भाजपा के उद्योगपति मित्रों के हित में हैं। पार्टी किसानों के बीच जाकर विधेयकों की हकीकत से रूबरू कराएगी। उन्होंने कहा कि पिछले दो चुनावों में भाजपा ने राष्ट्रवाद के नाम पर जनता को बरगलाकर सत्ता हथियाई है। मथुरा में श्रीकृष्ण जन्म भूमि का मुद्दा उठने पर उन्होंने कहा धर्म और अास्था के साथ खिलवाड़ कुटिल सोच करने वाला ही कर सकता है। जनता को भ्रमित कर सत्ता हथियाने वालों को भगवान 10 जन्म तक दंडित करेगा। आगरा में संगठन को मजबूत बताते हुए उन्होंने कहा कि इसे गति प्रदान करने को युवाओं को संगठन में शामिल किया जाएगा। किसान, मजदूर, श्रमिक विरोधी उप्र सरकार से प्रदेश को मुक्ति दिलाने का काम किया जाएगा।