परिणाम आते ही खिले चेहरे, मनाया जश्न

यूपी बोर्ड ने जारी किया हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परिणाम बिना परीक्षा पुराने प्रदर्शन के आधार पर जारी हुआ रिजल्ट

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 11:42 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 11:42 PM (IST)
परिणाम आते ही खिले चेहरे, मनाया जश्न
परिणाम आते ही खिले चेहरे, मनाया जश्न

आगरा, जागरण संवाददाता । लंबे इंतजार के बाद उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने भी शनिवार को हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया। परिणाम आते ही विद्यार्थियों के चेहरे खिल गए। तमाम विद्यार्थी अपने स्कूल पहुंचे, तो कुछ ने घर पर ही दोस्तों को बुलाकर परिणाम देखा। प्राप्त अंकों से ज्यादातर विद्यार्थी संतुष्ट दिखाई दिए। उनका कहना था कि जब परीक्षा हुई ही नहीं और बोर्ड ने पुराने प्रदर्शन के आधार पर एकरूप फार्मूले को आधार बनाकर परिणाम तैयार किया है, तो वह सभी विद्यार्थियों के लिए समान ही रहा होगा। इसलिए जो भी अंक मिले हैं, उससे वह संतुष्ट हैं। हालांकि परीक्षा होती, तो उन्हें उम्मीद थी कि वह इससे ज्यादा अंक ला सकते थे। कम अंक आने से हुए निराश

कुछ विद्यार्थी ऐसे भी थे, जो बोर्ड के फार्मूले से आए परीक्षा परिणाम को लेकर निराश हैं। उनका कहना है कि हाईस्कूल में उनके अंक अधिक थे, इस बार भी तैयारी पूरी थी, लेकिन बोर्ड के फार्मूले के कारण अंक कम रह गए। ऐसा किसी एक या दो विषय में कम अंक आने के कारण नहीं, बल्कि कला, वाणिज्य और विज्ञान, तीनों वर्ग के विद्यार्थियों के साथ हुआ है। कई के रुके परिणाम

कुछ विद्यार्थी ऐसे भी हैं जिनके परीक्षा परिणाम को बोर्ड ने विद-हेल्ड (रोक) कर दिया है। इनमें ज्यादातर विद्यार्थी ऐसे हैं, जिन्होंने 10वीं किसी दूसरे बोर्ड से की थी और इंटरमीडिएट का पंजीयन यूपी बोर्ड में करा लिया था। ऐसे विद्यार्थियों का परिणाम फिलहाल बोर्ड स्तर से रोका गया है। स्कूलों ने ऐसे विद्यार्थियों का प्रार्थना पत्र लेकर बोर्ड को भेजने की तैयारी कर ली है। यह है जिले की स्थिति

यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए इस वर्ष जिले से 903 स्कूलों के 122491 विद्यार्थियों ने अपना पंजीकरण कराया था। इनमें हाईस्कूल के 65564 विद्यार्थी थे, जिनमें 38657 बालक व 26907 बालिकाएं थीं। वहीं इंटरमीडिएट में 56927 विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें 34097 बालक और 22830 बालिकाएं थीं।

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