फार्म भरने से वंचित छात्रों की परीक्षाएं 14 अगस्त के बाद

कुलपति ने वार्ता के दौरान दी जानकारी छात्र हित में लिया फैसला विधि एग्रीकल्चर और प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों के साथ होंगी परीक्षाएं

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 08:22 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 08:22 PM (IST)
फार्म भरने से वंचित छात्रों की परीक्षाएं 14 अगस्त के बाद
फार्म भरने से वंचित छात्रों की परीक्षाएं 14 अगस्त के बाद

आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में परीक्षा फार्म भरने से वंचित छात्रों को इसी सत्र में परीक्षाएं देने का मौका मिलेगा। कुलपति ने शनिवार को वार्ता में जानकारी दी कि 14 अगस्त के बाद ऐसे छात्रों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। इससे पहले उन्हें फार्म भरने का मौका दिया जाएगा।

विश्वविद्यालय में पिछले कई दिनों से परीक्षा फार्म भरने से वंचित छात्रों के हक की लड़ाई छात्र संगठन लड़ रहे हैं। छात्र संगठनों का दावा है कि लगभग 10 से 15 हजार छात्र ऐसे हैं, जो परीक्षा फार्म नहीं भर पाए हैं। छात्र संगठनों की मांग थी कि फार्म भरने की तिथि बढ़ाई जाए। इसके लिए एनएसयूआइ, समाजवादी छात्र सभा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रदर्शन भी किए। शुक्रवार शाम को आगरा पहुंचे कुलपति प्रो. आलोक राय ने वस्तुस्थिति का जायजा लिया। परीक्षा फार्म भरने की तिथि बढ़ाने पर एजेंसी और अधिकारियों के साथ चर्चा भी की। जानकारी मिली कि अभी मुख्य परीक्षाएं केवल बीए, बीएससी, बीकाम, एमए, एमएससी और एमकाम की हो रही हैं। प्रोफेशनल पाठ्यक्रम, विधि, एग्रीकल्चर और अन्य पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं शेष हैं। तब यह निर्णय लिया गया कि परीक्षा फार्म भरने से वंचित रह गए छात्रों की परीक्षाएं उनके साथ कराई जाएंगी। परीक्षा समिति में यह प्रस्ताव रखा जाएगा और तिथि घोषित की जाएगी। वर्ष 2020-21 में ही उनकी परीक्षा कराकर परिणाम भी इसी साल घोषित कर दिया जाएगा। 90 फीसद परीक्षा केंद्र मानक अनुसार

कुलपति ने बताया कि 90 फीसद परीक्षा केंद्र मानक के अनुसार बनाए गए हैं। 80 फीसद आपत्तियों को दूर किया गया है। पारदर्शिता रखी गई है। जो केंद्र अदला-बदली में बने हैं, वहां वरिष्ठ शिक्षकों को पर्यवेक्षक के रूप में तैनात किया जाएगा। नियंत्रण कक्ष किया शिफ्ट

विश्वविद्यालय का नियंत्रण कक्ष कुलपति सचिवालय के ऊपर बनाया गया था। शनिवार को सुबह नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण करने पहुंचे कुलपति ने प्रभारी प्रो. वीके सारस्वत के कहने पर इसे आइईटी, खंदारी में शिफ्ट करा दिया। क्षेत्रीय उच्च शिक्षाधिकारी का नियंत्रण कक्ष सेंट जोंस कालेज में बनाया गया है। उस नियंत्रण कक्ष का भी कुलपति ने निरीक्षण किया, इस दौरान कालेज प्राचार्य डा. एसपी सिंह भी उपस्थित रहे। दिए गए काफी मौके

कुलपति का कहना था कि मुख्य परीक्षा में प्रोन्नत और परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए परीक्षा फार्म भरने को तीन अप्रैल को पोर्टल खोला गया था। उसके बाद कई बार तिथि विस्तारित की गई, एक मई, 25 मई और तीन जून के बाद 11 जुलाई तक का समय दिया गया। इस अवधि में प्रथम वर्ष के 1,59,836, द्वितीय व तृतीय वर्ष के 2,66,220 छात्रों ने फार्म भरे थे। प्रोन्नत हुए छात्रों की प्रक्रिया भी प्रगति पर है।

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