विवि में छात्र पानी की टंकी पर चढ़े, जलाई अर्थी, फूंका पुतला

शुक्रवार को भी विभिन्न मांगों को लेकर जारी रहा छात्र संगठनों का प्रदर्शनजिम्मेदार अधिकारी रहे नदारद

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 08:56 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 08:56 PM (IST)
विवि में छात्र पानी की टंकी पर चढ़े, जलाई अर्थी, फूंका पुतला
विवि में छात्र पानी की टंकी पर चढ़े, जलाई अर्थी, फूंका पुतला

आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में शुक्रवार को भी परीक्षा फार्म भरने की तिथि विस्तारित करने की मांग को लेकर छात्र संगठनों ने जोरदार प्रदर्शन किया। एनएसयूआइ कार्यकर्ता विश्वविद्यालय परिसर में पानी की टंकी पर चढ़ गए। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कार्यकर्ताओं ने कुलपति की प्रतीकात्मक अर्थी निकाली। समाजवादी छात्र सभा ने कुलपति और परीक्षा नियंत्रक का पुतला फूंका। इतना सब होने के बाद भी विश्वविद्यालय के किसी अधिकारी ने छात्रों की समस्या सुनने की जहमत नहीं उठाई। कुलपति, कुलसचिव और परीक्षा नियंत्रक के कार्यालय खाली थे।

------------

पांच घंटे चढ़े रहे पानी की टंकी पर

एनएसयूआइ कार्यकर्ता विश्वविद्यालय परिसर की टंकी पर चढ़ गए। नारेबाजी कर परीक्षा फार्म भरने की तिथि विस्तारित करने की मांग करने लगे। लगभग पांच घंटे पानी की टंकी पर रहने के दौरान एक भी अधिकारी उनसे मुलाकात करने नहीं पहुंचा। शाम को एसीएम प्रथम जेके पांडे ने मुलाकात कर कार्यकर्ताओं को नीचे उतारा। कार्यकर्ताओं ने मांग की कि एक हफ्ते में विश्वविद्यालय ने यह नहीं बताया कि वंचित छात्रों के लिए क्या व्यवस्था की जाएगी तो आंदोलन दोबारा शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान प्रदेश सचिव कांग्रेस अमित सिंह, जिला अध्यक्ष कांग्रेस मीना जादौन, राष्ट्रीय सचिव एनएसयूआइ नीतिश गौड़, प्रदेश महासचिव अंकुश गौतम, प्रदेश उपाध्यक्ष बिलाल अहमद, जिलाध्यक्ष सतीश सिकरवार, ललित त्यागी, कुलदीप दीक्षित, आकाश चंद्रा, गौरव शर्मा, मान्य शर्मा आदि मौजूद रहे। अर्थी पर रोए कार्यकर्ता

एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी के बाद कुलपति की प्रतीकात्मक अर्थी बनाकर विश्वविद्यालय में शवयात्रा निकाली। कुलपति कार्यालय के सामने अर्थी रखकर जोर-जोर से रोना शुरू कर दिया कि आप छोड़कर चले गए, हम बच्चों का भविष्य खराब होने से रोक जाते। मरने से पहले छात्रों का भविष्य संवार जाते। वे अर्थी लेकर कुलसचिव व परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के सामने आए और वहां भी नारेबाजी करते हुए रोए। उसके बाद अर्थी में आग लगा दी। छात्राओं ने भी अर्थी को कंधा दिया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक विश्वविद्यालय की तरफ से लिखित में जवाब नहीं मिलता, हम मैदान में डटे रहेंगे। प्रियंका तिवारी, कर्मवीर, पुनीत कुमार, दीपक कश्यप, सुब्रत, हेमंत, सौरभ, हर्षिता, प्रीती, ध्रुव, संदीप, आर्यन, संदीप सहित महानगर के सभी कार्यकर्ता उपस्थित रहे। पुतला फूंक जताया विरोध

समाजवादी छात्र सभा ने कुलपति और परीक्षा नियंत्रक का पुतला फूंका। इससे पहले कार्यकर्ताओं ने खंदारी परिसर में भी प्रदर्शन किया। दोपहर में सभा की जिला इकाई भी विश्वविद्यालय पहुंच नारेबाजी करने लगी। परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के बाहर धरना भी दिया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर विश्वविद्यालय ने मांग नहीं मानी तो आंदोलन अनवरत जारी रहेगा। जिलाध्यक्ष चिराग तोमर, महानगर अध्यक्ष अमित प्रताप सिंह, प्रभाकर जादौन, कैप्टन बघेल, रवि यादव, लोकेश सोलंकी , मुवीन खान, रवि यादव, विपिन यादव, अनुज यादव, विशाल ठाकुर, भूपेंद्र ठाकुर आदि उपस्थित रहे। जाल लगवाने के लिए किए फोन

पानी की टंकी पर कार्यकर्ताओं के चढ़ने के बाद चीफ प्रोक्टर ने कई विभागों में फोन किए। वे टंकी के नीचे जाल लगवाना चाहते थे, जिससे छात्रों के साथ कोई दुर्घटना न हो। विश्वविद्यालय ने दी तहरीर

चीफ प्रोक्टर प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने कुलपति प्रो. आलोक राय के निर्देश पर थाना हरीपर्वत में तहरीर दी है। इसमें लिखा गया है कि छात्र विश्वविद्यालय का शैक्षिक माहौल खराब कर रहे हैं। विश्वविद्यालय द्वारा आश्वासन दिया गया है कि छात्रों का अहित नहीं होगा फिर भी पानी की टंकी पर चढ़कर अनावश्यक दबाव बना रहे हैं। तहरीर में एनएसयूआइ के सतीश सिकरवार, अंकुश गौतम, ललित त्यागी, बिलाल अहमद, कुलदीप दीक्षित व आकाश चंद्रा को नामजद किया गया है। काला पानी कराओ, पर टंकी से नीचे उतारो

कांग्रेस के प्रदेश सचिव अमित सिंह ने कुलपति प्रो. आलोक राय को फोन कर कहा कि कार्यकर्ता घंटों से पानी की टंकी पर चढ़े हैं, आपका कोई अधिकारी यहां नहीं आया है। अगर उनके साथ कोई अनहोनी होती है तो आप जिम्मेदार होंगे। कुलपति ने कहा कि आप जबरदस्ती नहीं कर सकते हैं। हमारे अधिकारी भी आएंगे, मुकदमा भी दर्ज कराएंगे और कार्यकर्ताओं को टंकी से नीचे भी उतारेंगे। इस पर अमित सिंह ने कहा कि आप चाहे काला पानी कराओ, पर कार्यकर्ताओं की बात सुनी जाए। किसी कालेज का नहीं लेना प्रार्थना पत्र

परीक्षा नियंत्रक पिछले तीन दिन से विश्वविद्यालय नहीं आए हैं। सूत्रों के अनुसार परीक्षा नियंत्रक कार्यालय में तैनात कर्मचारियों को निर्देश दिए गए थे कि किसी भी कालेज संचालक से प्रार्थना पत्र नहीं लिया जाए, जिसमें यह लिखा हो कि उनके कालेज के कितने छात्र परीक्षा फार्म भरने से वंचित रह गए हैं। प्रार्थना पत्र लेकर घूमता रहा कालेज का कर्मचारी

श्री अजब सिंह महाविद्यालय का एक कर्मचारी परीक्षा नियंत्रक को प्रार्थना पत्र देने के लिए विश्वविद्यालय में चक्कर काटता रहा। परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के बाहर की ग्रिल पर विश्वविद्यालय कर्मचारियों ने ताला लगा दिया था।

chat bot
आपका साथी