Farmer Protest in Agra: 44 घंटे बाद किसानों को आगरा बार्डर पार करने की मिली अनुमति
Farmer Protest in Agra ग्वालियर जाने वाले कुछ भारी वाहनों को सैंया खेरागढ़ भरतपुर होते हुए भेजा जा रहा है। मेधा पाटकर के नेतृत्व में किसान बीते बुधवार रात आठ बजे से सैंया बार्डर के पास राजस्थान सीमा में धरने पर बैठे हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। सैंया बार्डर के पास राजस्थान सीमा पर रोके गए किसानों को आगरा बार्डर पार करने की अनुमति मिल गई है। 44 घंटे से किसान सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर के नेतृत्व में सैंया बार्डर पर धरना दे रहे थे। प्रभारी जिलाधिकारी सीडीओ जे रीभा ने कहा कि शासन से अनुंमति मिलने के बाद किसानों को आगरा बार्डर पार करने की अनुमति दे दी गई है।
इससे पहले शुक्रवार दोपहर को बार्डर की स्थिति देखने के लिए एसएसपी बबलू कुमार और प्रभारी जिलाधिकारी जे रिभा मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने वहां तैनात पुलिस और प्रसाशन के अन्य अधिकारियों के हालातों का फीडबैक लिया। उन्होंने सख्त हिदायत दी कि धरने पर बैठे किसी भी किसान को बार्डर पार न करने दिया जाए।
दिल्ली जाने की जिद पर अड़े किसानों का सैंया बार्डर के पास राजस्थान की सीमा में पिछले दो दिन से धरना जारी था। इसकी वजह से गुरुवार से ग्वालियर हाईवे जाम लगा रहा। इससे हाईवे के दोनों ओर कई किलोमीटर तक जाम लग गया। इसको देखते हुए रूट डायवर्ट किया गया। ग्वालियर जाने वाले कुछ भारी वाहनों को सैंया, खेरागढ़, भरतपुर होते हुए भेजा गया। वहीं, हल्के वाहनों को दूसरे लिंक मार्गों से डायवर्ट किया गया।
समाजिक कार्यकर्ता व नर्मदा बचाओ आंदोलन की अध्यक्ष मेधा पाटकर के नेतृत्व में किसान बीते बुधवार रात आठ बजे से सैंया बार्डर के पास राजस्थान सीमा में धरने पर बैठे थे। उनके नेतृत्व में किसानों का ये जत्था दिल्ली में नये कृषि विधेयकों के विरोध में होने वाले कार्यक्रम में भाग लेने जा रहा था लेकिन आगरा पुलिस ने उन्हें उत्तर प्रदेश के सैंया बार्डर पर ही रोक दिया। उन्हें आगे नहीं जाने दिया। इससे गुस्साए किसान राजस्थान सीमा में धरने पर बैठे हुए हैं। भरी सर्दी में वह हाईवे पर खुले आसमान के नीचे बैठे रहे। किसानों ने गुरुवार तड़के 4 बजे ग्वालियर हाईवे जाम कर दिया था। बीच हाईवे पर बैठने के कारण तब से लगातार हाईवे जाम है। धौलपुर पुलिस-प्रशासन के आग्रह पर वह गुरुवार दोपहर व शाम को एक-एक घंटे के लिए जरूर हाईवे से हटे थे। इस बीच जाम में फंसे थोड़े-बहुत ही वाहन निकल पाए। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के मध्य प्रदेश के अध्यक्ष राहुल राज का कहना है कि यूपी पुलिस या तो हमें गिरफ्तार करे या फिर हमें आगे जाने दे।