फीरोजाबाद में मस्जिद का लेंटर गिरा, तीन मजदूरों को मलबे के नीचे से निकाला गया Agra News
पिछले कई दिनों से चल रहा था मस्जिद में निर्माण कार्य। सुबह ही डाला गया था छत का लेंटर।
आगरा, जेएनएन। फीरोजाबाद के रसूलपुर क्षेत्र स्थित गालिब नगर में शब्बर की हवेली के पास मस्जिद का लेंटर गिरने से अफरातफरी मच गई। मलबे में दबकर एक राजमिस्त्री और दो मजदूर घायल हो गए। मौके पर पहुंचे पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने कई घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर मलबा हटवाया। तीनों घायलों सरकारी ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
दो मंजिला गालिब नगर मस्जिद में निर्माण कार्य कई दिनों से चल रहा था। रविवार को दो राजमिस्त्री समेत 22 मजदूर मस्जिद परिसर के अंदर सुबह से लेंटर डालने का कार्य कर रहे थे। दोपहर 1.40 बजे तक कार्य लगभग पूरा हो चुका था। इस बीच शटङ्क्षरग के लिए लगाई गई कुछ बल्लियां टूट गईं, जिससे पूरा लेंटर धराशाई हो गई। इसके गिरते ही वहां चीख पुकार मच गई। मौके पर लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। लोग मलबे में दबे राज मिस्त्री व मजदूरों को निकालने में जुट गए।
थोड़ी देर में विधायक मनीष असीजा, एमएलसी डॉ. दिलीप यादव, एसडीएम सदर राजेश वर्मा, सीओ सिटी इंदु प्रभा ङ्क्षसह, इंस्पेक्टर रसूलपुर बीडी पांडेय और फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंच गई और रेस्क्यू अभियान शुरू कराया गया। कुछ देर में राजमिस्त्री वीरपाल पुत्र राजवीर निवासी राजा का ताल, मजदूर राजू पुत्र भंवर ङ्क्षसह निवासी टापाखुर्द और ङ्क्षरकू पुत्र रामअवतार निवासी ठारपूठा को निकाल लिया गया। पुलिस प्रशासन ने 108 नंबर एंबुलेंस से तीनों घायलों को सरकारी ट्रामा सेंटर पर भर्ती कराया। सीओ सिटी इंदु प्रभा ङ्क्षसह ने बताया कि अभी किसी मजदूर के परिजन ने किसी तरह की शिकायत नहीं की है। किसी तरह की तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
दस मिनट बाद लेंटर गिरता तो होता बड़ा हादसा
खुदा का शुक्र है कि दो मंजिला मस्जिद का लेंटर गिरने के बाद भी बड़ा हादसा नहीं हुआ। यहां दोपहर 1.45 बजे नमाज पढ़ी जाती है। रविवार को भी इमाम ताजुद्दीन नमाज अदा कराने की तैयारी कर रहे थे। दोपहर डेढ़ बजे अजान हो चुकी थी। नमाज पढऩे के लिए गालिब नगर और आसपास के लोग एकत्रित हो रहे थे। इस बीच यह हादसा हो गया। लोगों का कहना था कि यदि नमाज के दौरान ङ्क्षलटर गिरता तो बड़ा हादसा हो सकता था। घटना के बाद लोगों ने अपने-अपने घरों और दूसरी मस्जिदों में नमाज पढ़ी।