Oxygen Plant in Agra: आगरा में दो आक्सीजन प्लांट लगभग तैयार, एक का ट्रायल भी पूरा

Oxygen Plant in Agra 27.86 लाख रुपये से मानसिक चिकित्सालय में 100 एमपीएम क्षमता का आक्सीजन प्लांट। 15.68 लाख रुपये से छावनी चिकित्सालय में 50 एमपीएम क्षमता का आक्सीजन प्लांट। नौ में से तीन विधायकों ने ही अब तक अपनी विधायक निधि का कुछ हिस्सा खर्च किया है।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 03:25 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 03:25 PM (IST)
Oxygen Plant in Agra: आगरा में दो आक्सीजन प्लांट लगभग तैयार, एक का ट्रायल भी पूरा
विधायक निधि से शहर में दो आक्सीजन प्लांट लगे।

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मरीजों को आक्सीजन की भारी कमी का सामना करना पड़ा। आक्सीजन के अभाव में तमाम अस्पतालों को मरीज भर्ती न कर पाने का नोटिस का भी चस्पा करना पड़ा। एक-एक सिलेंडर के लिए लोगों को भीषण गर्मी में घंटों लाइन में लगना पड़ा। तीसरी लहर के दौरान आक्सीजन का ऐसा संकट न खड़ा हो, इसके लिए दो विधायकों ने अपने कदम आगे बढ़ाए। उनकी निधि से दो आक्सीजन प्लांट बनकर लगभग तैयार हो चुके हैं।

दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के विधायक योगेंद्र उपाध्याय की विधायक निधि से मानसिक चिकित्सालय में और छावनी विधानसभा क्षेत्र के विधायक डा. जीएस धर्मेश की विधायक निधि से छावनी चिकित्सालय में आक्सीजन प्लांट स्थापित किया जा रहा है। मानसिक चिकित्सालय के आक्सीजन प्लांट का काम लगभग पूरा हो चुका है। वहां के चिकित्सकों और इंजीनियरों की मौजूदगी में इसका ट्रायल भी कर लिया गया है। जोकि सफल रहा है।

दोनों विधायकों ने बदले स्थान

विधायक योगेंद्र उपाध्याय ने मानसिक चिकित्सालय के स्थान पर पूर्व में एसएन मेडिकल कालेज में और विधायक डा. जीएस धर्मेश ने छावनी चिकित्सालय के स्थान पर जिला अस्पताल में आक्सीजन प्लांट लगाने का प्रस्ताव दिया था।मगर, इन दोनों स्थानों पर सरकार की मदद से आक्सीजन प्लांट स्थापित करने की योजना है।इसके चलते दोनों विधायकों ने अपने प्रस्ताव में स्थान बदल दिए।

बाह विधायक ने भी अपनी धनराशि

बाह की विधायक पक्षालिका सिंह ने भी कोरोना को देखते हुए अपने विधानसभा क्षेत्र में चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए संसाधनों पर अपनी निधि का कुछ हिस्सा खर्च किया है। चिकित्सा उपकरणों और आक्सीजन कंसंट्रेटर के लिए चार लाख रुपये दिए हैं। जिले के नौ में से सिर्फ तीन विधायकों ने ही अब तक अपनी विधायक निधि का कुछ हिस्सा चिकित्सा व्यवस्था के सुधार पर खर्च किया है। 

chat bot
आपका साथी