हर 100 में से दो गर्भवती को हेपेटाइटिस
हेपेटाइटिस डे आज गर्भावस्था में हेपेटाइटिस जानलेवा गर्भवती और गर्भस्थ शिशु की हो सकती है मौत हेपेटाइटिस ए बी और सी के बढ़ रहे केस
आगरा,जागरण संवाददाता। हर 100 में से दो गर्भवती में हेपेटाइटिस से पीड़ित मिल रही हैं। इससे गर्भवती और गर्भस्थ शिशु की मौत भी हो सकती है। हेपेटाइटिस के संक्रमण से लिवर में नुकसान होने लगता है, इससे गर्भावस्था के दौरान पूरे शरीर में खुजली होने लगती है। हेपेटाइटिस डे पर बुधवार को डाक्टर गर्भावस्था में हेपेटाइटिस की जांच के लिए प्रेरित करेंगी।
एसएन मेडिकल कालेज की स्त्री रोग विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डा. रुचिका गर्ग ने बताया कि 100 गर्भवती में से दो में हेपेटाइटिस मिल रहा है। हेपेटाइटिस बी और ई से संक्रमित गर्भवती और गर्भस्थ शिशु की जान भी जा सकती है। इसके लिए गर्भावस्था के तीसरे, छठवें और नौवें महीने पर हेपेटाइटिस की जांच जरूर करा लें। जिन महिलाओं के परिवार में कोई सदस्य हेपेटाइटिस बी से संक्रमित है वे वैक्सीन लगवा सकती हैं। गर्भावस्था में हेपेटाइटिस बी की वैक्सीन लगवाई जा सकती है। हेपेटाइटिस से पीड़ित गर्भवती और गर्भस्थ शिशु की जान बचाने के लिए सात से आठ महीने पर प्रसव कराना पड़ता है। पिछले कुछ सालों में हेपेटाइटिस ए, बी, सी और ई के केस बढ़ रहे हैं।
इस तरह फैलता है संक्रमण
हेपेटाइटिस ए और ई संक्रमित भोजन और दूषित पानी
हेपेटाइटिस बी और सी संक्रमित व्यक्ति के खून के संपर्क में आने से, संक्रमित सूई से इंजेक्शन लगाने से, संक्रमित पति से संबंध बनाने से पत्नी संक्रमित हो सकती है लक्षण
बुखार आना, भूख न लगना, आंखों में पीलापन और पीले रंग का पेशाब आना थकान, वजन कम होना, उल्टी, पेट में दर्द, शरीर में खुजली ये करें हेपेटाइटिस बी की वैक्सीन लगवा लें दूषित भोजन और पानी का सेवन न करें इंजेक्शन के लिए इस्तेमाल की हुई सूई का इस्तेमाल न करें असुरक्षित यौन संबंध न बनाएं शेविग में नया ब्लेड इस्तेमाल करें