CoronaVirus Death Case: आगरा में दो और शिक्षकों की थमी सांसें, पढ़ें चुनाव बाद अब तक जा चुकी है कितनों की जान

CoronaVirus Death Case आगरा में अब तक 23 शिक्षक गवां चुके हैं अपनी जान। शिक्षक संघ ने उठाई सभी को अनुग्रह राशि देने की मांग। करीब छह माह से अटके वेतन के कारण शिक्षक आर्थिक मुश्किल झेल रहे हैं।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 12:20 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 12:20 PM (IST)
CoronaVirus Death Case: आगरा में दो और शिक्षकों की थमी सांसें, पढ़ें चुनाव बाद अब तक जा चुकी है कितनों की जान
ग्राम पंचायत चुनाव के बाद से अब तक 23 शिक्षक गवां चुके है जान। प्रतीकात्मक फोटो

आगरा, जागरण संवाददाता। पंचायत चुनाव की ड्यूटी करके के बाद कोरोना संक्रमित हुए शिक्षकों के दम तोडऩे का सिलसिला जारी है। शनिवार को शमसाबाद और सैंया ब्लाक के एक-एक सहायक अध्यापक की सांसें भी थम गईं।

शमसाबाद ब्लाक के पूर्व माध्यमिक कंपोजिट विद्यालय लहरा प्रथम में तैनात सहायक अध्यापक विजयपाल सिंह का शनिवार को निधन हो गया। स्वजन ने बताया कि वह चुनाव ड्यूटी से लौटने के बाद से बीमार थे। एचआर सीटी में उनके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई। इलाज भी कराया, लेकिन हालत नहीं सुधरी और उन्होंने दम तोड़ दिया।

वहीं सैंया ब्लाक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिकंदरपुर में तैनात सहायक अध्यापक हेमंत शर्मा की सांसें भी शनिवार को थम गई। स्वजन ने बताया कि उन्हें दिक्कत महसूस हो रही थी।

मृतक संख्या हुई 23

प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलामंत्री बृजेश दीक्षित का कहना है कि चुनाव ड्यूटी के दौरान तमाम परिषदीय शिक्षक व कर्मचारी संक्रमित हुए हैं। अब तक जिले के 23 शिक्षक, अधिकारी व कर्मचारी अपनी जान गवां चुके हैं, लेकिन शासन को सिर्फ चार ही लोगों की रिपोर्ट भेजी गई है। अन्य शिक्षकों को भी शासन अनुग्रह राशि प्रदान करे, यह मांग संगठन उठा रहा है।

जारी किया जाए वेतन

प्राथमिक शिक्षा संघ के जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र कंसाना और जिलामंत्री बृजेश दीक्षित ने डीएम, मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी व वित्त एवं लेखाधिकारी को ज्ञापन भेजा है। इसमें जिले में नौकरी पाने वाले 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती के नवनियुक्त शिक्षकों, पारस्परिक व अंतर जनपदीय स्थानांतरण से आए शिक्षकों का वेतन जारी करने की मांग की गई है। उनका कहना है कि करीब छह माह से अटके वेतन के कारण शिक्षक आर्थिक मुश्किल झेल रहे हैं। 

chat bot
आपका साथी