Cow Shelter: आगरा में बेसहारा गोवंश के लिए दो और आश्रय स्थल हो रहे तैयार
बेसहारा गोवंश के लिए ताजनगरी में दो और गो-आश्रय स्थल बनने जा रहे हैं। इनका निर्माण कार्य शुरू हो गया है। जल्द ही ये बनकर तैयार होंगे। दोनों गो-आश्रय 500-500 गोवंश के लिए बनाए जा रहे हैं। निर्माण कार्य के लिए सात-सात लाख रुपये भी मिल चुके हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। बेसहारा गोवंश के लिए ताजनगरी में दो और गो-आश्रय स्थल बनने जा रहे हैं। इनका निर्माण कार्य शुरू हो गया है। जल्द ही ये बनकर तैयार होंगे। दोनों गो-आश्रय 500-500 गोवंश के लिए बनाए जा रहे हैं। निर्माण कार्य के लिए पहली किस्त के रूप में दोनों गो-आश्रय स्थल के लिए सात-सात लाख रुपये भी मिल चुके हैं। जिले में पशु चिकित्सा विभाग द्वारा वर्तमान में पांच गो आश्रय स्थल संचालित किए जा रहे हैं।
बेसहारा गोवंश के लिए गो आश्रय स्थल के लिए प्रशासन की ओर से किरावली के गोबरा गांव में 1.152 हेक्टेअर और बाह के कुकथरी में दो हेक्टेअर जमीन उपलब्ध कराई गई थी। दोनों ही जगह पर प्रस्तावित गो आश्रय स्थल 500-500 गोवंश के लिए बनाए जाने हैं, हालांकि बाद में इनकी क्षमता और बढ़ाई जा सकती है। अब बाह और किरावली क्षेत्र में सरकारी गो आश्रय स्थल नहीं हैं। क्षेत्र में तमाम बेसहारा पशु घूमते रहते हैं। जोकि न सिर्फ फसलों को खराब करते हैं बल्कि मार्गों पर आवागमन में भी अड़चन बनते हैं। इनकी वजह से आए दिन हादसे भी होते रहते हैं। इन बेसहारा गोवंश को बाह क्षेत्र से पकड़कर शहर में बने गो आश्रय स्थल तक लाना मुश्किल होता है। ऐसे में निर्णय लिया गया है कि किरावली क्षेत्र में भी गो आश्रय स्थल विकसित किया जाएगा। वर्तमान में पशु चिकित्सा विभाग के पांच गो आश्रय स्थल हैं। हालांकि, नगर निगम तथा सामाजिक संगठनों द्वारा संचालित अन्य गो आश्रय स्थलों पर भी बेसहारा गोवंश को रखा जा रहा है। सभी गो आश्रय स्थलों में दस हजार से अधिक बेसहारा गोवंश को रखा गया है। बाह और किरावली में गो आश्रय स्थल बनने के बाद इन क्षेत्रों में इधर-उधर भटकते गोवंश को भी सहारा मिलेगा। अन्य क्षेत्रों में भी गो आश्रय स्थल बनाने की योजना है। मुख्य पशुचिकित्साधिकारी वीएस तोमर के अनुसार, दोनों गो आश्रय स्थल 1.20-1.20 करोड़ रुपये की लागत से बनेंगे।